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डॉन बब्लू की सुरक्षा में सीओ, चार दारोगा और चौदह सिपाही

लखनऊ। बरेली सेंट्रल जेल में बंद माफिया डॉन ओम प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू श्रीवास्तव के नाम पर लख

By Edited By: Published: Sun, 19 Oct 2014 07:03 PM (IST)Updated: Sun, 19 Oct 2014 07:03 PM (IST)

लखनऊ। बरेली सेंट्रल जेल में बंद माफिया डॉन ओम प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बबलू श्रीवास्तव के नाम पर लखनऊ में 50 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने की कोशिश के बाद डॉन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अब पेशी के दौरान बबलू की सुरक्षा में सीओ, चार दारोगा और चौदह सिपाही तैनात होंगे, जिनके पास एके-47 व एसएलआर जैसे स्वचालित हथियार होंगे। अभी तक बबलू की सुरक्षा में एक सीओ, दो दारोगा और आठ सिपाही थे।

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माफिया डॉन बबलू श्रीवास्तव की सोमवार को लखनऊ में पेशी है। उसे यहां से वज्र वाहन से ले जाया जाएगा। वज्र के आगे-पीछे पुलिस की गाड़ियां होंगी। साथ ही रास्ते में पड़ने वाले थानों के प्रभारी फोर्स के साथ अगले थाने की सीमा तक छोड़ेंगे। यहां से उसकी सुरक्षा में मीरगंज सीओ प्रमोद यादव, बारादरी के एसआइ राजवीर सिंह, नवाबगंज के एसआइ रामकुमार सिंह, बहेड़ी के एसआइ लालाराम और एलआइयू के दारोगा अमर सिंह को तैनात किया गया है। इनके साथ दो-दो सिपाहियों को एसएलआर गन व स्वचालित हथियारों के साथ लगाया गया है। इसके अलावा पुलिस लाइंस से छह कांस्टेबलों को एके-47 रायफल, एसएलआर व कारबाइन के साथ तैनात किया गया है।

दरअसल माफिया डॉन के नाम पर लखनऊ में दो दिन पहले ही 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। गोमतीनगर के खरगापुर स्थित नोवा इंस्टीट्यूट से निष्कासित शिक्षक वीरेंद्र तिवारी खुद को माफिया बबलू श्रीवास्तव होने का दावा कर इंस्टीट्यूट के संचालक अजित मौर्या से रंगदारी मांग रहा था। इसके लिए वीरेंद्र व उसके दो साथियों ने शुक्रवार को चार बार मोबाइल फोन पर कॉल की। अजीत ने इसकी सूचना लखनऊ महानगर पुलिस को दी। महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद इसकी जांच में क्राइम ब्रांच को जुटाया गया, जिसने शनिवार को वीरेंद्र व उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया।

लखनऊ की क्राइम ब्रांच की टीम ने कृष्णविहार कॉलोनी, पीजीआइ निवासी वीरेंद्र के साथ इसी कॉलोनी में रहने वाले गोविंद प्रकाश पाल तथा गोपालगंज तेलीबाग निवासी गोविंद सिंह को गिरफ्तार किया है। एएसपी क्राइम ब्रांच दिनेश सिंह के मुताबिक वीरेंद्र के पिता पीजीआइ में क्लर्क हैं और उसने ग्वालियर स्थित जीवाजी विश्वविद्यालय से नर्सिग में बीएससी की थी। वीरेंद्र यहां नोवा इंस्टीट्यूट में नर्सिग की क्लासेज पढ़ाता था, लेकिन जून माह में कुछ छात्रों से रुपये लेने व अन्य आरोप में उसे इंस्टीट्यूट से निकाल दिया गया था।

वरिष्ठ अधीक्षक सेंट्रल जेल एके राय ने बताया कि केंद्रीय कारागार में बंद बबलू श्रीवास्तव की सोमवार को लखनऊ स्थित विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट, सीबीआइ के न्यायालय में पेश होना है। लखनऊ में बबलू के नाम पर रंगदारी मांगने तथा अन्य कारणों से उसकी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं।


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