आइआरसीटीसी की साइट को हैक कर रहे एजेंट
रेलवे के अपराध निरोधक दस्ते द्वारा भी इस मामले में जांच की जा रही है। इस तरह के मामले पहले भी आ चुके हैं।
जागरण संवाददाता, रांची। रेलवे को संदेह है कि इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) की साइट को कुछ एजेंटों द्वारा हैक कर लिया गया है। उन्होंने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसकी मदद से एक साथ कई तत्काल टिकट काटे जा सकते हैं। रेलवे के अपराध निरोधक दस्ते द्वारा भी इस मामले में जांच की जा रही है। इस तरह के मामले पहले भी आ चुके हैं।
दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्तएसके सिन्हा भी मानते हैं कि आइआरसीटीसी की साइट हैक होती है। एजेंट इसका उपयोग गलत ढंग से करते हैं। रेलवे के अपराध निरोधक दस्ते ने गुरुवार को रेलवे टिकट की कालाबाजारी का भंडाफोड़ करते हुए एक नया पर्दाफाश किया था। पूरी कार्रवाई में देखा गया कि रेलवे के कुछ रजिस्टर्ड एजेंट कई निजी लॉगिन बनाकर तत्काल टिकट की बुकिंग कर लेते हैं। बुकिंग के बाद टिकट की बिक्री कर देते हैं। आइआरसीटीसी का स्पष्ट निर्देश है कि निजी लॉगिन से बुक किए गए टिकट का इस्तेमाल व्यावसायिक रूप से नहीं किया जा सकता। एजेंट ऐसा इसलिए करते हैं कि टिकट बुकिंग का समय 10.30 बजे है, इस दौरान टिकट बुकिंग में उन्हें परेशानी होती है। लेकिन, निजी लॉगिन से टिकट की बुकिंग सुबह 10 बजे ही हो जाती है।
हाल ही में हुई थी छापेमारी
हाल ही में इसे लेकर रेलवे के अपराध निरोधक दस्ते ने एक लड़के की गिरफ्तारी की थी। संभावना जताई जा रही है कि कई ऐसे एजेंट और साइबर कैफे हैं, जहां निजी लॉगिन से तत्काल टिकट की बुकिंग होती है। जल्द ही टीम इस मामले को लेकर कुछ और जगहों पर छापेमारी करेगी।
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