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अध्यादेश वापसी में मेरी भूमिका नहीं

विशेष विमान से। भाजपा नेता लालकृष्ण द्वारा दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश की वापसी का श्रेय उन्हें देने से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी खुश नहीं हैं। उन्होंने भाजपा नेता के बयान को महज एक अटकलबाजी करार दिया है। दादा का कहना था कि इस पूरे घटनाक्रम में उनकी कोई भूमिका नहीं है। राष्ट्रपति बेल्जियम से तुर्की जाते ह

By Edited By: Published: Sat, 05 Oct 2013 09:39 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2013 09:40 PM (IST)

विशेष विमान से। भाजपा नेता लालकृष्ण द्वारा दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश की वापसी का श्रेय उन्हें देने से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी खुश नहीं हैं। उन्होंने भाजपा नेता के बयान को महज एक अटकलबाजी करार दिया है। दादा का कहना था कि इस पूरे घटनाक्रम में उनकी कोई भूमिका नहीं है।

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पढ़ें: बकवास अध्यादेश से बचा देश

राष्ट्रपति बेल्जियम से तुर्की जाते हुए विशेष विमान में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। आडवाणी के बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रणब ने कहा, 'मैं विपक्ष के विचार पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। जो भी मुझसे मिलना चाहता है। मैं उसे मुलाकात का समय दे देता हूं। भाजपा के नेता मुझसे मिले, आम आदमी पार्टी के लोग भी आए। मैंने अध्यादेश के खिलाफ सबका ज्ञापन लिया।' राष्ट्रपति के अनुसार, 'प्रधानमंत्री से भी मेरी चर्चा हुई। उस बारे में आप सबको पता ही है। चूंकि कैबिनेट ने अध्यादेश तैयार किया था और उसने उसे वापस लेने का फैसला लिया। इस बीच में मैं कहां से आ गया।' बकौल प्रणब, 'इसके लिए कौन जिम्मेदार है। यह कैसे हुआ। यह महज व्यक्ति विशेष का अनुमान है। इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं।' ध्यान रहे कि आडवाणी ने शुक्रवार को कहा था कि सरकार ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कारण दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश पर यू-टर्न लिया। इसके लिए राहुल को श्रेय देने की जरूरत नहीं है।

प्रणब ने पाकिस्तान से आतंकी ढांचा खत्म करने को कहा

इस्तांबुल। सीमा पर भारत की सब्र की बार-बार परीक्षा ले रहे पाकिस्तान को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को सख्त लहजे में चेताया। उन्होंने आतंकी ढांचा खत्म करने के लिए पड़ोसी देश से दो टूक कहा। प्रणब दा कहना था कि आतंकी ढांचा के रहते दोनों देशों के बीच संबंध नहीं सुधर सकते हैं। द्विपक्षीय बातचीत की दिशा में भी कोई प्रगति नहीं होगी।

तुर्की के अखबार 'टुडेज जमान' से साक्षात्कार में राष्ट्रपति के निशाने पर खासतौर पर पाकिस्तान रहा। प्रणब के अनुसार, 'पाकिस्तान पहले अपने यहां मौजूद आतंकी ढांचे को नष्ट करे। फिर वार्ता के लिए कहे। जब तक सकारात्मक माहौल नहीं बनता, आप दूसरे मुद्दों पर कैसे बातचीत कर सकते हैं। इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात में नवाज शरीफ ने जो कहा, उस पर वह अमल करें।' उनका कहना था कि भारत के खिलाफ होने वाली आतंकी गतिविधियां पाकिस्तान से संचालित होती हैं। पड़ोसी देश को इसे खत्म करना चाहिए। उन्होंने सीमा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन के मुद्दे पर भी पाकिस्तान को घेरा। कहा कि पाकिस्तान को सीमा पर दोस्ताना हालात बनाने चाहिए और आए दिन संघर्ष विराम के उल्लंघन की स्थिति को खत्म करना चाहिए।

शटडाउन का असर विश्वव्यापीसाक्षात्कार के दौरान राष्ट्रपति ने अमेरिकी शटडाउन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि इसका असर विश्वव्यापी होगा। प्रणब ने माना कि भारत भी इससे अछूता नहीं रह सकता है। क्योंकि मौजूदा वैश्विक आर्थिक संरचना में भारतीय अर्थव्यवस्था भी अंतरराष्ट्रीय स्थितियों से प्रभावित होती है।

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