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    एसबीआइ का होम लोन हुआ सस्ता

    By Sachin BajpaiEdited By:
    Updated: Sun, 12 Apr 2015 07:46 PM (IST)

    हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी के साथ कदमताल करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने भी होम लोन पर ब्याज दरों में कटौती का एलान किया है। देश के इस सबसे बड़े बैंक ने होम लोन की ब्याज दर में 0.25 फीसद की कमी की है। बैंक के ग्राहकों को इससे

    नई दिल्ली। हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी के साथ कदमताल करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने भी होम लोन पर ब्याज दरों में कटौती का एलान किया है। देश के इस सबसे बड़े बैंक ने होम लोन की ब्याज दर में 0.25 फीसद की कमी की है। बैंक के ग्राहकों को इससे राहत मिलेगी। नई दरें सोमवार से प्रभावी होंगी।

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    हाल ही में एसबीआइ ने आधार दरों को 0.15 फीसद घटाया है। संशोधित आधार दर 10 अप्रैल से प्रभावी है। बैंक ने बताया है कि आधार दर में कटौती से पहले महिला ग्राहकों के लिए होम लोन की ब्याज दर 10.1 फीसद थी। अब यह 9.85 फीसद होगी। अन्य ग्राहकों के लिए नई दर 9.9 फीसद है। आधार दर में कमी से पहले यह 10.15 फीसद थी।

    नई दरें उन सभी नए होम लोन पर लागू होंगी, जिन्हें 13 अप्रैल और इसके बाद दिया जाएगा। एसबीआइ की घोषणा से दो दिन पहले देश की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी ने पुराने और नए ग्राहकों के लिए होम लोन दर में 0.2 फीसद की कटौती की थी। एसबीआइ ने कहा कि महिला ग्राहकों के लिए 'हर घर' के तहत होम लोन पर ब्याज दर 10.10 फीसद व अन्य के लिए 10.15 फीसद थी।

    अतिरिक्त लाभ प्राप्त करने के लिए महिला ग्राहक को एकमात्र आवदेक या पहली सह-आवेदक और संपत्ति की एकमात्र या पहली सह-स्वामी होना चाहिए।एसबीआइ की वर्तमान फ्लोटिंग दर को भी बैंक की आधार दर 9.85 फीसद के अनुरूप कम किया गया है। 30 साल तक के होम लोन के लिए प्रति लाख ईएमआइ महिलाओं के लिए 'हर घर' के तहत 867 रुपये मासिक होगी। अन्य के लिए यह 871 रुपये मासिक होगी। पहले यह 885 और 889 रुपये थी।

    बीते हफ्ते एसबीआइ सहित आइसीआइसीआइ बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक ने ब्याज दर में कमी की थी। मामले पर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के सख्त रवैये के बाद बैंकों ने यह कदम उठाया था। उनका कहना था कि रेपो रेट में लगातार दो बार कटौती के बावजूद इसका फायदा बैंकों ने ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया है। फंडों की लागत अधिक होने के बैंक के दावों को उन्होंने बकवास करार दिया था।

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