उम्मीद के अनुसार रेट नहीं घटने से दलाल स्ट्रीट निराश
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कमी की घोषणा के साथ ही शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल। ...और पढ़ें

मुंबई। रेपो रेट में आधा फीसद तक की कमी की उम्मीद लगाए बैठे बाजार को रिजर्व बैंक ने निराश किया। केंद्रीय बैंक ने इसमें एक चौथाई फीसद की मामूली कटौती की। इस फैसले से उदास निवेशकों ने शेयरों में चौतरफा बिकवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 516.06 अंक यानी 2.03 फीसद भरभराकर 25000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे आ गया। यह संवेदी सूचकांक इस दिन 24883.59 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 155.60 अंक यानी 2.01 फीसद लुढ़ककर 7603.20 अंक पर बंद हुआ।
नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में बदलाव न होना भी निवेशकों को अखरा। बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स आने की उम्मीद है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार दबाव में रहे। कच्चे तेल की कीमतों में उठापटक के कारण यूरोपीय बाजार कमजोर खुले। घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर भी इसका असर पड़ा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली भी बाजार में गिरावट की वजह बनी।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 25372.44 अंक पर कमजोर खुला। इसका ऊंचा स्तर भी यही रहा। शुरू से ही बाजार को मंदडिय़ों ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। इनकी बिकवाली के झोंके में अंतिम कारोबारी घंटों में सेंसेक्स ने 24837.51 का निचला स्तर छूआ। बीएसई के सूचकांकों में टेलीकॉम, बैंकिंग, ऑटो, मेटल और कैपिटल गुड्स ज्यादा लुढ़के। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 29 के शेयर टूटे, जबकि ल्यूपिन का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ।
रुपया 25 पैसे कमजोर
रुपये में करीब दो हफ्तों से जारी तेजी मंगलवार को थम गई। डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा 25 पैसे कमजोर हुई। अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया 66.47 के स्तर पर बंद हुआ। शेयर बाजारों में तेज गिरावट के बीच बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की मांग का बढऩा रुपये पर भारी पड़ा।

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