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सऊदी अर्थव्यवस्‍था: पिछले तीन सालों में सबसे धीमी इस साल की रफ्तार

पहली तिमाही में जीडीपी में 1.5 फीसद की बढ़त हुई। नॉन ऑयल सेक्‍टर में 0.7 फीसद की कमी हुई जो पिछले पांच सालों के रिकार्ड में सबसे खराब रहा।

By Monika minalEdited By: Published: Sun, 03 Jul 2016 03:44 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jul 2016 03:48 PM (IST)

दुबई। तेल की घटती कीमतों ने सरकार को खर्च पर कटौती व इंडस्ट्री के लिए कीमत बढ़ाने को मजबूर कर दिया जिसकी वजह से पिछले तीन सालों में इस साल की पहली तिमाही के दौरान सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था के दर की रफ्तार काफी धीमी है।

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दुनिया के सबसे बड़े आयल एक्सपोर्टर ने क्रूड का उत्पादन बढ़ाया और अधिक रिफाइन उत्पादों का निर्यात किया इससे साल की पहली तिमाही में ऑयल सेक्टर 5.1 फीसद तक बढ़ा। लेकिन नॉन ऑयल सेक्टर 0.7 फीसद घट गया जो पिछले पांच सालों का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। सऊदी नीति निर्माताओं के लिए यह चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि पिछले माह घोषित सस्ते तेल से सामना करने में मदद के लिए एक महत्वाकांक्षी सुधार योजना की घोषणा की गयी।

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पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था के नॉन ऑयल हिस्से में प्राइवेट सेक्टर में 0.2 फीसद बढ़त हुई जबकि गर्वंमेंट सेक्टर 2.6 फीसद की कमी देखी गयी। नॉन ऑयल सेक्टर की कमजोरी का थोड़ा जिम्मेवार 2015 की पहली तिमाही है जो असामान्य तौर पर मजबूत थी। किंग सलमान ने अपना पद संभालने के अवसर पर पब्लिक कर्मचारियों को दो महीने का अतिरिक्त वेतन भी दिया था। लेकिन 2015 की अंतिम तिमाही की वृद्धि दर 1.8 फीसद रहा।

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