देश के किसानों को कैश की कमी न होने दें बैंक: आरबीआई
आरबीआई ने कमर्शियल बैंकों और नाबार्ड के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमे उसने कहा है कि रबी सीजन में किसानों को किसी भी प्रकार से धन की कमी नहीं आनी ...और पढ़ें

नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद देश में हुई कैश की किल्लत की सबसे ज्यादा मार किसानों को हुई है। इसी बीच रबी सीजन में किसानों की समस्याोओं को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। आरबीआई ने कमर्शियल बैंकों और नाबार्ड के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमे उसने कहा है कि रबी सीजन में किसानों को किसी भी प्रकार से धन की कमी नहीं आनी चाहिए। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से किए गए नोटबंदी के फैसले के बाद से ही देशभर में नकदी की किल्लत है।
आरबीआई ने बैंकों से क्या कहा:
आरबीआई ने कमर्शियल बैंकों और नाबार्ड के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमे उसने कहा है कि रबी सीजन में किसानों को किसी भी प्रकार से धन की कमी नहीं आनी चाहिए। आरबीआई के मुताबिक रबी के सीजन में जिला सहकारी बैंकों की ओर से लगभग 35 हजार करोड़ के क्रॉप लोन जारी किए जाने हैं। इस अवधि में यह लगभग 10 हजार करोड़ रुपए के आस-पास होता है। लिहाजा सहकारी बैंकों को करेंसी चेस्ट से धन मुहैया कराया जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही आरबीआई ने नाबार्ड से भी कहा है कि वह इसके लिए अपनी क्रेडिट लिमिट का इस्तेमाल करेगा जोकि लगभग 23 हजार करोड़ रुपए है।
इतना ही नहीं आरबीआई ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी कमलर्शियल बैंकों की शाखाओं और मंडियों में स्थित शाखाओं के संबंध में भी एडवाइजरी जारी की है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इन शाखाओं में सुनिश्चित किया जाए कि यहां हर समय पर्याप्त धन हो। ताकि, किसानों और मंडी कारोबारियों को कोई समस्या न आए।

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