बेतुके प्रस्ताव पर मोइली की किरकिरी
रात आठ बजे के बाद देश के पेट्रोल पंप बंद करने का बेतुका बयान देकर पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली बुरी तरह घिर गए हैं। इस बयान को लेकर न सिर्फ संसद में सरकार की किरकिरी हुई, बल्कि सड़कों और सोशल मीडिया में भी खूब फजीहत हुई है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने तो सोमवार सुबह ही इस बयान से किनारा कर लिया। बाद में मोइली भी अपने बयान से पलट गए।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रात आठ बजे के बाद देश के पेट्रोल पंप बंद करने का बेतुका बयान देकर पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली बुरी तरह घिर गए हैं। इस बयान को लेकर न सिर्फ संसद में सरकार की किरकिरी हुई, बल्कि सड़कों और सोशल मीडिया में भी खूब फजीहत हुई है। प्रधानमंत्री कार्यालय और वित्ता मंत्री पी. चिदंबरम ने तो सोमवार सुबह ही इस बयान से किनारा कर लिया। बाद में मोइली भी अपने बयान से पलट गए।
मोइली के बयान पर राज्यसभा में खूब हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस व वामदलों ने रात में पेट्रोल पंप बंद करने के साथ ही पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ सदन से वाकआउट भी किया। लोकसभा में भी भाजपा ने इस मुद्दे को उठाया। पूर्व वित्ता मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने संसद के बाहर कहा कि सरकार अपनी नीतियों की विफलता छिपाने के लिए आर्थिक आपातकाल लाने की कोशिश कर रही है। यही वजह है कि पहले सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने सोना गिरवी रखने की बात कही, तो अब रात में पेट्रोल पंप बंद करने का सुझाव दिया जा रहा है। बाद में मोइली ने कहा कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अलग से बयान जारी कर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
वैसे जानकारों का कहना है कि पेट्रोलियम मंत्रालय न सिर्फ इस तरह के प्रस्ताव पर विचार कर रहा था, बल्कि इस महीने लागू करने को लेकर गंभीर भी था। मंत्रालय की योजना रात आठ से सुबह आठ बजे तक देश भर के पेट्रोल पंप बंद रखने की थी। इससे देश में पेट्रोल की खपत में तीन फीसद कटौती का अनुमान लगाया गया था। इससे 16,000 करोड़ रुपये या 2.5 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा की बचत होती। बहरहाल, चौतरफा निंदा के बाद मोइली ने प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। सोमवार सुबह प्रधानमंत्री ने भी इस तरह के प्रस्ताव पर विचार होने की संभावना को खारिज कर दिया था।
'मैंने कभी नहीं कहा कि रात आठ से सुबह आठ बजे तक पेट्रोल पंप बंद रखे जाएंगे। यह हमारा विचार नहीं था। इस समय बाहर से कई तरह के प्रस्ताव आ रहे हैं। हम सभी स्वीकार नहीं कर सकते।' -वीरप्पा मोइली, पेट्रोलियम मंत्री