ओएनजीसी गैस के दाम बढ़ने से होगी मालामाल
प्राकृतिक गैस की कीमत बढ़ने से रिलायंस के अलावा सरकारी कंपनी ओएनजीसी को भी खूब फायदा होगा। साथ ही रॉयल्टीके रूप में केंद्र व राज्य सरकारों को भी भारी राशि मिलेगी। गैस के दाम बढ़ाने के फैसले से ओएनजीसी की आमदनी हर वर्ष 16,000 करोड़ रुपये बढ़ेगी। वहीं, कंपनी से केंद्र सरकार को 3,500 करोड़ रुपये की
नई दिल्ली, [जागरण ब्यूरो]। प्राकृतिक गैस की कीमत बढ़ने से रिलायंस के अलावा सरकारी कंपनी ओएनजीसी को भी खूब फायदा होगा। साथ ही रॉयल्टीके रूप में केंद्र व राज्य सरकारों को भी भारी राशि मिलेगी। गैस के दाम बढ़ाने के फैसले से ओएनजीसी की आमदनी हर वर्ष 16,000 करोड़ रुपये बढ़ेगी। वहीं, कंपनी से केंद्र सरकार को 3,500 करोड़ रुपये की राशि लाभांश व टैक्स आदि के तौर पर मिलेगा।
ओएनजीसी के नवनियुक्त सीएमडी डीके सराफ ने बताया कि गैस की कीमत में एक डॉलर प्रति एमएमबीटीयू (गैस मापने का मानक) की वृद्धि से उनकी कंपनी को 4,000 करोड़ रुपये सालाना की अतिरिक्त आमदनी होगी। सरकार ने जो फैसला किया है, उसके मुताबिक गैस की कीमत अप्रैल, 2014 से 4.2 डॉलर एमएमबीटीयू से बढ़कर 8.4 डॉलर एमएमबीटीयू होने के आसार हैं। इस तरह से ओएनजीसी को अगले वित्त वर्ष से 16,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी होगी। वहीं, शुद्ध मुनाफे में 5,200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वृद्धि होगी। आमदनी का एक बड़ा हिस्सा 4,400 करोड़ रुपये बतौर लाभांश, टैक्स व शुल्क के रूप में केंद्र व राज्यों को जाएगा।
गैस कीमत बढ़ने से कंपनी को और भी कई तरह के फायदे होंगे। मसलन, जिन ब्लॉकों में गैस निकालने की लागत 8 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू तक आएगी, उनसे अब गैस निकालने का काम शुरू हो जाएगा। इनमें केजी बेसिन में मिला हुआ एक ब्लॉक भी शामिल है जहां कंपनी वर्ष 2017 से गैस उत्पादन शुरू करने वाली है। महानदी बेसिन से भी कंपनी के लिए गैस निकालना अब संभव हो सकेगा क्योंकि यहां गैस निकालने की लागत 6.7 डॉलर के करीब है। घरेलू गैस की कीमत 4.2 डॉलर होने की वजह से कंपनी अभी तक इन्हें निकाल नहीं रही थी। इस कीमत पर कंपनी को गैस निकालने से कोई खास फायदा नहीं हो रहा था। सराफ ने बताया कि कई ऐसे ब्लॉक हैं जहां आठ डॉलर की कीमत पर भी गैस निकालने में फायदा नहीं है। इन पर बाद में ध्यान दिया जाएगा।
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