Move to Jagran APP

माइक्रोसॉफ्ट का नोकिया पर कब्जा

अमेरिकी तकनीकी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने 7.2 अरब डॉलर यानी 5.44 अरब यूरो में फिनलैंड स्थित नोकिया के मोबाइल हैंडसेट कारोबार के अधिग्रहण का समझौता किया है। तेजी से बढ़ते मोबाइल बाजार में सैमसंग और एप्पल के प्रभुत्व को चुनौती देने की रणनीति के तहत माइक्रोसॉफ्ट ने यह सौदा किया है। यह सौदा वर्ष 2014 की पहली तिमाही में पूरा होगा।

By Edited By: Published: Wed, 04 Sep 2013 05:26 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
माइक्रोसॉफ्ट का नोकिया पर कब्जा

मुंबई। अमेरिकी तकनीकी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन ने 7.2 अरब डॉलर यानी 5.44 अरब यूरो [करीब 489 अरब रुपये] में फिनलैंड स्थित नोकिया के मोबाइल हैंडसेट कारोबार के अधिग्रहण का समझौता किया है। तेजी से बढ़ते मोबाइल बाजार में सैमसंग और एप्पल के प्रभुत्व को चुनौती देने की रणनीति के तहत माइक्रोसॉफ्ट ने यह सौदा किया है। यह सौदा वर्ष 2014 की पहली तिमाही में पूरा होगा।

loksabha election banner

पढ़ें: अर्श से फर्श पर क्यों आई नोकिया

सौदे के तहत माइक्रोसॉफ्ट नोकिया के डिवाइस कारोबार के लिए 3.79 अरब यूरो और पेटेंट अधिकारों के लिए 1.65 अरब यूरो का भुगतान करेगी। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ स्टीव बाल्मर ने कहा कि भविष्य के नजरिये से यह सौदा एक साहसिक कदम है। दोनों कंपनियों के कर्मचारियों, शेयरधारकों और उपभोक्ताओं सभी के लिए लाभदायक है। हाल के सालों में मोबाइल फोन बाजार का यह दूसरा सबसे बड़ा अधिग्रहण है। इससे पहले दिग्गज सर्च इंजन गूगल ने हैंडसेट कंपनी मोटोरोला को खरीदा था।

पढ़ें: नोकिया सौदे का असर भारत पर भी पड़ेगा

कारोबारी क्षेत्र में नोकिया और माइक्रोसॉफ्ट पहले से ही काफी करीब रहे हैं। नोकिया के स्मार्टफोन माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर्स को सबसे ज्यादा सपोर्ट उपलब्ध कराते हैं। इस अधिग्रहण के बाद नोकिया के पास केवल नेटवर्क इक्विपमेंट कारोबार रह जाएगा। नोकिया के सीईओ स्टीफन एलोप अब माइक्रोसॉफ्ट के मोबाइल हैंडसेट कारोबार के प्रमुख होंगे। एलोप वर्ष 2010 में नोकिया से जुड़ने से पहले माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर कारोबार के प्रमुख थे।

सौदे के तहत नोकिया के डिवाइस एंड सर्विसेज कारोबार से जुड़े 32,000 कर्मचारी अब माइक्रोसॉफ्ट का हिस्सा होंगे। माना जा रहा है कि एलोप माइक्रोसॉफ्ट के सेवानिवृत्त होने जा रहे सीईओ स्टीव बाल्मर की जगह ले सकते हैं।

सौदे की घोषणा होने पर हेलसिंकी स्टॉक एक्सचेंज पर नोकिया के शेयरों में 39 फीसद का उछाल दर्ज किया गया। पिछले तीन साल में नोकिया की बाजार हिस्सेदारी में भारी गिरावट आई थी और शेयर कीमतें लुढ़क गई थीं। इस सौदे से कनाडाई स्मार्टफोन कंपनी ब्लैकबेरी को भी कड़ी चुनौती मिलने के आसार हैं। विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले स्मार्टफोन की ग्लोबल बिक्री की हिस्सेदारी के मामले में ब्लैकबेरी चौथे स्थान पर है।

यह सौदा ग्लोबल हैंडसेट कारोबार के लिए बड़ी घटना है। मगर 148 साल पुरानी कंपनी नोकिया के कारोबारी इतिहास में इस तरह के कई नाटकीय बदलाव आ चुके हैं। अपने कारोबारी इतिहास में नोकिया टेलीविजन से लेकर रबर के जूतों तक तमाम उत्पादों का कारोबार कर चुकी है।

नोकिया के ऐतिहासिक तथ्य

-माइनिंग इंजीनियर फ्रेडरिक इडेस्टैम ने वर्ष 1871 में अपनी दूसरी पेपर मिल की स्थापना के साथ किया था नोकिया का गठन

-अगली एक शताब्दी तक इस कंपनी ने टायर, जूतों और केबल्स का कारोबार किया

-वर्ष 1987 में मोबिरा सिटीमैन के नाम से कंपनी ने पहला हैंडसेट बनाया

-वर्ष 1992 में गैर मोबाइल कारोबार बेचा, पहला डिजिटल जीएसएम फोन नोकिया 1011 किया लांच

-वर्ष 2003 में बेसिक फोन नोकिया 1100 किया लांच, दुनिया की सबसे बड़ी हैंडसेट कंपनी बनी

-वर्ष 2007 में लांच हुए एप्पल के आइफोन ने 2011 में स्मार्टफोन बाजार में नोकिया की बादशाहत तोड़ी

-ंवर्ष 2012 में सैमसंग से भी पिछड़ी फिनलैंड की कंपनी

-अक्टूबर 2011 में पहले विंडोज फोन लूमिया 710 और 800 लांच किए

-वर्ष 2013 में नए उत्पाद लांच करने की रफ्तार बढ़ाई, 41 मेगापिक्सल कैमरा से लैस लूमिया 1020 और 15 यूरो का सबसे सस्ता फोन उतारा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.