भारत और अमेरिकी सीईओ मिलकर करेंगे स्मार्ट सिटी बनाने पर चर्चा
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के सीईओ के एक फोरम का गठन किया है। इस फोरम में विभिन्न मुद्दों समेत भारत में स्मार्ट सिटी को किस प्रकार विकसित किया जाए, इस पर भी चर्चा की जाएगी। यह जानकारी आज भारती टेलीकॉम
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के सीईओ के एक फोरम का गठन किया है। इस फोरम में विभिन्न मुद्दों समेत भारत में स्मार्ट सिटी को किस प्रकार विकसित किया जाए, इस पर भी चर्चा की जाएगी। यह जानकारी आज भारती टेलीकॉम के चेयरमैन सुनील मित्तल ने दी।
मित्तल यहां भारत अमेरिका स्ट्रेटेजिक और कमर्शियल डायलॉग में भाग लेने आए हैं। भारत ने अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने का लक्ष्य USD 100 बिलियन से बढ़ाकर USD 500 बिलियन कर दिया है। इस मीटिंग में भारत की तरफ से टाटा ग्रुप के साइरस मिस्त्री, बायोकॉन की किरण मजूमदार शॉ, अपोलो हॉस्पिटल की प्रीता रेड्डी, भारती ग्रुप के सुनील भारती मित्तल, और एडीएजी के अनिल अंबानी शामिल हुए।
वहीं यूएस की तरफ से हनीवैल के डेविड कोटे थे जो कि इंडो-यूएस सीईओ फोरम के सह अध्यक्ष हैं। इस फोरम में चार अमेरिकी-भारतीय सीईओ भी शामिल है जिनमें मास्टर कार्ड के सीईओ अजय बंगा, वॉटरवेल्थ इंटरनेशनल के सीईओ संजय भटनागर, शांतनु नारायण, पेप्सीको की इंदिरा नूयी और हरमन इंटरनेशनल के दिनेश पालीवाल शामिल हैं। भारत में निवेश की संभावना को देखते हुए यूएस के डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स ने पहली बार कोई इस तरह की मीटिंग का आयोजन किया।
इस मीटिंग में शामिल होने के बाद सुनील मित्तल ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि भारत को स्मार्ट सिटी बनाने में डिजिटल इंफ्रास्ट्रकचर के लिए अमेरिका के सहयोग की जरूरत है।
मित्तल ने कहा कि कई अमेरिकी कंपनियों ने भारत में डिजिटल इंडिया और स्मार्ट सिटी परिकल्पना में निवेश की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी कंपनियों में भारत में निवेश को लेकर काफी उत्सुकता का माहौल है। अमेरिका की एप्पल, आईबीएम, बोइंग और दूसरी शीर्ष कंपनियों ने भारत में व्यापार करने में रुचि दिखाई है। इस सप्ताह के अंत में प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका की सभी प्रमुख कंपनियों के प्रमुखों के साथ मुलाकात करेंगे और उन्हें भारत में निवेश करने को प्रोत्साहित करेंगे।