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रेलवे टिकट बुकिंग में बड़े घपले का पर्दाफाश

रेल मंत्री को शिकायत मिली थी कि इस तरह से हर दिन भारी संख्या में टिकट बुक किए जाते हैं जिसके बाद जांच शुरू हुई। जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि रैकेट में बुकिंग क्लर्क और अंदर के अन्य लोग भी शामिल थे। रेलवे मंत्रालय ने अब दोषियों

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Mon, 23 Mar 2015 02:36 PM (IST)Updated: Mon, 23 Mar 2015 02:46 PM (IST)

नई दिल्ली। रेलवे की जांच में टिकट बुकिंग से संबंधित एक बड़ा धपला पकड़ में आया है। यात्रियों की हमेशा शिकायत रहती थी कि टिकट काउंटरों को सुबह 8 बजे खुलने के बाद तुरंत ही वहां पहुंचने पर भी कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाता है। रेलवे ने इस मामले की जांच की और बहुत ही चौंका देने वाले घपले का पर्दाफाश हुआ।

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रेलवे द्वारा किए गए जांच से पता चला है कि हर दिन कंप्यूटर रिजर्वेशन सिस्टम के खुलने के एक मिनट के ही अंदर दलालों द्वारा 4,000 कन्फर्म टिकट खरीद लिए जाते थे।

दलाल लोग पीएनआर (पैसेंजर रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर) की एक खामी का इस्तेमाल करके टिकट बुक कर लेते थे और उसे ऊंचे दाम पर यात्रियों को बेच देते थे। रेलवे के रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर में सुविधा के तौर पर यह विकल्प दिया गया है कि किसी व्यक्ति ने यदि पहले टिकट खरीद रखी है तो अंतिम क्षणों में वह मात्र कुछ सेकंड के अंदर अपने यात्रा के डिटेल्स को बदल सकता है और अन्य ट्रेन की टिकट बुक कर सकता है।

दलाल एक दिन पहले ही कम पॉप्युलर ट्रेनों की टिकट खरीद लेते थे और अगले दिन सुबह 8 से 8.01 बजे के बीच डिटेल बदलकर अन्य पॉप्युलर ट्रेनों जैसे राजधानी, दुरंतो और अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों का टिकट लेते थे। ऐसा करने में उनको सिर्फ कुछ सेकंड्स ही लगता था क्योंकि सिस्टम में पहले से ही उनके बुकिंग डिटेल्स मौजूद रहते थे।

एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुतबाकि, रेलवे बोर्ड (ट्रैफिक) मेंबर अजय शुक्ला ने बताया, 'दलाल एक दिन पहले ही अग्रिम टिकट बुक कर लेते थे और अगले दिन टिकट के डिटेल्स को बदल देते थे। बुकिंग क्लर्क को सिर्फ अन्य पीएनआर जेनरेट करना होता था क्योंकि एक दिन पहले ही डिटेल्स सिस्टम में फीड हो जाते थे। टिकट के डिटेल्स को बदलने में कुछ सेकंड्स ही लगते थे। उन्होंने बताया, 'हमने अब इस सुविधा को सिस्टम खुलने के पहले घंटे के लिए डिसेबल कर दिया है।'

रेल मंत्री को शिकायत मिली थी कि इस तरह से हर दिन भारी संख्या में टिकट बुक किए जाते हैं जिसके बाद जांच शुरू हुई। जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि रैकेट में बुकिंग क्लर्क और अंदर के अन्य लोग भी शामिल थे। रेलवे मंत्रालय ने अब दोषियों को पकड़ने और कार्रवाई करने की योजना बनाई है।

पहले घंटे तक सिस्टम की इस सुविधा को बंद करने के बाद रेलवे बोर्ड के अधिकारी अब पिछले कुछ दिनों से देश भर में बुकिंग पैटर्न पर नजर रख रहे हैं। अब पहले मिनट में पहले की तरह 4000 यात्राओं/ट्रेनों में बदलाव के स्थान पर कुछ में ही यह बदलाव किया जा रहा है। शुक्ला ने बताया, 'हमारा मानना है कि ये यात्रियों द्वारा किए जाने वाले सही ट्रांजैक्शन हैं।'

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