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    हुंडई, टाटा, जीएम की कारें हुई महंगी

    नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। रुपया भले ही अब डॉलर के मुकाबले सुधर रहा हो लेकिन पिछले तीन-चार महीनों में इसकी कीमतों में हुई गिरावट का बोझ अब कार कंपनियों ने ग्राहकों पर डालना शुरू कर दिया है। हुंडई और जनरल मोटर्स ने अपनी कारों की कीमतों में 20 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी का फैसला किया है। वहीं, टाटा मोटर्स ने यात्री कारों और वाणिज्यिक वाहनों के दाम में एक से डेढ़ फीसद तक की वृद्धि करने की घोषणा की है।

    By Edited By: Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)

    नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। रुपया भले ही अब डॉलर के मुकाबले सुधर रहा हो लेकिन पिछले तीन-चार महीनों में इसकी कीमतों में हुई गिरावट का बोझ अब कार कंपनियों ने ग्राहकों पर डालना शुरू कर दिया है। हुंडई और जनरल मोटर्स ने अपनी कारों की कीमतों में 20 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी का फैसला किया है। वहीं, टाटा मोटर्स ने यात्री कारों और वाणिज्यिक वाहनों के दाम में एक से डेढ़ फीसद तक की वृद्धि करने की घोषणा की है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी ने कहा है कि वह अभी स्थिति की समीक्षा कर रही है।

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    पढ़ें : त्योहारी सीजन भी कार कंपनियों का नहीं करेगा भला

    माना जा रहा है कि अन्य कंपनियां भी अगले कुछ दिनों में कीमत बढ़ाने का फैसला करेंगी। इस वृद्धि का असर त्योहारी सीजन में कारों की बिक्री पर भी पड़ सकता है। हुंडई ने अपनी सबसे सस्ती ईऑन से लेकर सबसे महंगी सांता फे तक के दाम बढ़ाने की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी चार हजार से 20 हजार रुपये तक की है। हाल ही में लांच की गई ग्रैंड आइ10 की कीमतों को कंपनी ने फिलहाल नहीं बढ़ाया है।

    पढ़ें : छोटी कारों की सवारी कर मारुति को पीछे छोड़ेगी हुंडई

    हुंडई के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स व मार्केटिंग) राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि रुपये के अवमूल्यन और महंगाई की वजह से लागत बढ़ गई है। बहुत दिनों से इस बढ़ी हुई लागत को कंपनी खुद ही वहन कर रही थी। मगर अब इसे ग्राहकों पर डालने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।

    जनरल मोटर्स ने अपने सभी मॉडलों के दाम दो से दस हजार रुपये तक बढ़ाए हैं।

    दो दिन पहले ही टोयोटा ने भी तमाम मॉडलों की कीमतों में चार हजार रुपये से 24 हजार रुपये तक की वृद्धि की थी। इससे पहले फोर्ड इंडिया कीमतें बढ़ा चुकी हैं। सनद रहे कि पिछले नौ महीनों से देश में कारों की बिक्री लगातार घट रही थी लेकिन अगस्त, 2013 में इसमें कुछ सुधार के लक्षण दिखे थे।