नहीं रहे 'स्टील मैन' रूसी मोदी
टाटा स्टील के पूर्व प्रबंध निदेशक और एयर इंडिया व इंडियन एयरलाइंस के पूर्व संयुक्त अध्यक्ष रूसी मोदी का शुक्रवार को निधन हो गया। 96 वर्षीय रूसी ने यहां के अलीपुर स्थित एक नर्सिग होम में अंतिम सांस ली। रविवार को केवड़ातल्ला श्मशानघाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ंमोदी के सचिव टीके सेन से मिली जानकारी के मुताबिक गत दिसंबर महीने से वे काफी बीमार चल रहे थे।
कोलकाता [जासं]। टाटा स्टील के पूर्व प्रबंध निदेशक और एयर इंडिया व इंडियन एयरलाइंस के पूर्व संयुक्त अध्यक्ष रूसी मोदी का शुक्रवार को निधन हो गया। 96 वर्षीय रूसी ने यहां के अलीपुर स्थित एक नर्सिग होम में अंतिम सांस ली। रविवार को केवड़ातल्ला श्मशानघाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ंमोदी के सचिव टीके सेन से मिली जानकारी के मुताबिक गत दिसंबर महीने से वे काफी बीमार चल रहे थे।
टाटा स्टील की नींव रखते हुए उन्होंने चार दशकों तक कंपनी का साथ दिया था। टाटा स्टील को पहले टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी [टिस्को] के नाम से जाना जाता था। हालांकि रतन टाटा व जेआरडी टाटा के साथ हुए मतभेद के बाद उन्होंने कंपनी से खुद को अलग कर लिया था। इसकी जानकारी कुछ साल बाद उन्होंने एक पुस्तक के माध्यम से दी थी। इसमें उन्होंने कहा था कि वह अब पिछली सारी बातें भूल चुके हैं। 1993 में उन्हें सरकारी विमान सेवाओं [एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस] का प्रधान नियुक्त किया गया था। मोदी टाटा स्टील में तीन दशकों तक बेताज बादशाह थे। मैनेजमेंट गुरू रूसी मोदी को भारत के 'स्टील मैन' की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था। अधिक उम्र के बावजूद जब तक उन्होंने बिस्तर नहीं पकड़ा, तब तक वह सार्वजनिक रूप से सक्रिय जीवन व्यतीत करते रहे। मोदी के निधन पर बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि देश ने एक प्रख्यात उद्योगपति को खो दिया है। वर्ष 1989 में रूसी को पद्मभूषण से नवाजा गया था।
रूसी का जन्म 1918 में मुंबई में हुआ था। मोदी की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा भारत में ही हुई। हालांकि उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए विदेश भेज दिया गया था। उन्होंने इंग्लैंड के हैरो स्कूल व क्राइस्ट चर्च कालेज, ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई की थी। शिक्षा पूरी करने के बाद भारत आकर टाटा स्टील में काम शुरू किया था। रूसी मोदी के निधन पर टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा और टाटा समूह के चेयरमैन साइरस पी मिस्त्री ने शोक जताया है।
होटल लीला के संस्थापक का निधन
नई दिल्ली। होटल लीलावेंचर के संस्थापक सीपी कृष्णन नायर का 92 वर्ष की उम्र में बीमारी के चलते निधन हो गया। नायर भारतीय होटल उद्योग के पुरोधा कहे जाते थे।
भारतीय सेना से करियर शुरू करने वाले नायर ने शुरुआत में टेक्सटाइल इकाई स्थापित की थी। बाद में वर्ष 1981 में उन्होंने होटल एवं रिसोर्ट ब्रांड लीला पैलेस के नाम से लक्जरी हॉस्पिटैलिटी चेन शुरू की। फरवरी 2013 में उन्होंने होटल लीलावेंचर के चेयरमैन पद से इस्तीफा देकर कारोबार की कमान अपने बेटों विवेक और दिनेश नायर को सौंप दी थी। कैप्टन नायर के नाम से विख्यात कृष्णन इस कंपनी के मानद चेयरमैन बने रहे। पद्मविभूषण से सम्मानित नायर असाधारण उद्यमी, दूरदृष्टा व पर्यावरणप्रेमी माने जाते थे। पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों के लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र एनवायर्नमेंट प्रोग्राम के तहत उन्हें ग्लोबल 500 लॉरेट रोल ऑफ ऑनर से नवाजा गया था।