पूंजी निवेश योजना के बाद अब बैंकों में जल्द पूंजी डालेगी केंद्र सरकार
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंको में पूंजी निवेश की वित्त मंत्रालय की योजना के बाद सरकारी बैंकों को पहले दौर की पूंजी जल्द आवंटित कर दी जाएगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र : वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पहले दौर के पूंजी निवेश की योजना को अंतिम रूप दे दिया है। अगले कुछ हफ्तों के अंदर प्रमुख सरकारी बैंकों को पहले दौर की पूंजी जल्द आवंटित कर दी जाएगी। चौथी तिमाही के नतीजों के बाद हर सरकारी बैंक ने अपने फंसे कर्जो (एनपीए) व विकास अनुमानों को ध्यान में रखते हुए विस्तृत अनुरोध सौंपा है। इसके आधार पर ही वित्तीय सेवा विभाग ने बैंकों में पहली किस्त के फंड उपलब्ध कराने की व्यवस्था तैयार की है।
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सूत्रों ने सटीक रकम बताए बिना कहा कि पूंजी के तौर पर पहली किस्त में बैंकों को 8,000 करोड़ से 10,000 करोड़ रुपये के बीच उपलब्ध कराए जा सकते हैं। चालू साल के लिए बजट में पहले ही 25,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा चुका है। वैसे, वित्त मंत्री पहले ही आश्वस्त कर चुके हैं कि जरूरत पड़ी तो बैंकों को और अधिक फंड मुहैया कराए जाएंगे।
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पिछले साल सरकार ने 'इंद्रधनुष' के नाम से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की पुनरुद्धार योजना के तहत अगले चार वर्षो के दौरान 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी डालने का एलान किया था। इसके अलावा बैंकों को अपनी पूंजी जरूरतें पूरी करने की खातिर अपने स्तर पर 1.1 लाख करोड़ रुपये बाजार से जुटाने होंगे। पिछले वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान 21 सरकारी बैंकों को 25,000 करोड़ रुपये का फंड बतौर पूंजी के रूप में उपलब्ध कराया गया था। इसमें से अकेले एसबीआइ के हिस्से में 5,393 करोड़ रुपये आए थे।