विदेश भागने की तैयारी में थे हनीप्रीत और गुरमीत राम रहीम
डेरा मुखी गुरमीत राम रहीम को सजा का पहले से अहसास था। इसलिए उसने हनीप्रीत के साथ विदेश भागने की योजना बनाई थी। उसने हनी के नाम कई देशों में जमीन भी खरीदी थी।
जेएनएन, चंडीगढ़। साध्वियों से दुष्कर्म मामले में दोषी गुरमीत राम रहीम और उसकी मुंह बोली बेटी को पहले ही सजा का अहसास हो गया था। इसलिए दोनों ने विदेश में छिपने के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग कर रखी थी। इसके तहत कई देशों में डेरे के नाम पर काफी जमीन खरीदी गई, ताकि मुसीबत के समय वहां रहा जा सके।
गुरमीत के रिश्तेदार भूपेंद्र सिंह और पूर्व सेवादार गुरदास सिंह की मानें तो कई सौदे हनीप्रीत के नाम पर भी किए गए। डेरा मुखी ने दुबई, कनाडा, अमेरिका और सिंगापुर में जड़ें जमाकर हनीप्रीत के साथ छिपने का पूरा इंतजाम कर रखा था। हालांकि यह जमीन डेरा सच्चा सौदा के नाम चर्चा घर बनाने के लिए खरीदी जाती थी।
डेरा सूत्रों के मुताबिक सुबूतों को मिटाने के लिए डेरा मुखी के जेल जाते ही हनीप्रीत सिरसा डेरे में पहुंची और कई सीसीटीवी कैमरे अपने सामने तुड़वाने के साथ ही उनकी रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी। उसने डेरे में रखे अपार काले धन को भी ठिकाने लगवाया और फिर मैनेजिंग कमेटी के विश्वासपात्रों को आगे की रणनीति समझाकर अंडरग्राउंड हो गई।
नेपाल बॉर्डर पर फिर छेड़ा तलाशी अभियान
हनी की तलाश में एक बार फिर युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ा गया है। शनिवार को बिहार पुलिस ने नेपाल पुलिस के साथ लंबी बैठक के बाद हनी को पकडऩे के लिए छापामारी अभियान छेड़ा। हनी को लेकर नेपाल सीमा से लगते बिहार के सात जिलों में अलर्ट घोषित किया गया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक हनी के विराट नगर के रास्ते नेपाल पहुंचने की सूचना है।
बिहार के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक राज ने बताया कि हनी को लेकर भारतीय दूतावास नेपाल एंबेसी के संपर्क में है। वहीं, हरियाणा पुलिस हनीप्रीत की गिरफ्तारी के लिए रॉ और आइबी जैसी खुफिया एजेंसियों से लेकर नेपाल पुलिस तक संपर्क साध चुकी, लेकिन अभी तक उसके हाथ खाली हैं।
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