रिवाल्वर दिखा पुलिसकर्मियों ने किया हंगामा, बस में महिला को नहीं दी सीट
पुलिस कर्मचारी सादे कपड़ों में थे। उन्होंने एक महिला यात्री को उसकी सीट नहीं दी जिस पर बवाल हो गया। रोडवेज कर्मी ने जब उनसे पहचान पत्र मांगा तो उन्हों ...और पढ़ें

जेएनएन, हिसार। कैदी को रोहतक से पेशी पर लेकर आए दो पुलिस कर्मचारियों ने मंगलवार को हिसार बस स्टैंड पर जमकर हंगामा किया। आरोप है कि उक्त पुलिस कर्मचारियों ने एक महिला यात्री को उसकी सीट नहीं दी जिस पर बवाल हो गया। सादे कपड़ों में होने के कारण रोडवेज कर्मी ने जब उनसे पहचान पत्र मांगा तो उन्होंने जेब से रिवॉल्वर निकालकर दिखा दिया।
इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने अपने साथी से पेशी पर लाए कैदी को भगा देने के लिए भी कहा। इस सारे घटनाक्रम की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इस हंगामे के बीच महिला दूसरी बस में सवार होकर गंतव्य को गई। रोडवेज कर्मियों ने कहा कि वे इस मामले में बुधवार को रोडवेज महाप्रबंधक को ज्ञापन सौपेंगे। वहीं रोहतक के एसपी ने मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उधर, हिसार के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नियमानुसार कैदी को पेशी पर ले जाने के समय पुलिस कर्मचारियों का वर्दी में होना जरूरी है।
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मंगलवार सुबह करीब नौ बजे बस स्टैंड के बूथ नंबर चार पर गुरुग्राम जाने वाली एक रोडवेज बस आकर रुकी। बस में रोहतक जाने के लिए सादे कपड़ों में दो पुलिसकर्मी एक कैदी के साथ बैठ गए। इसी दौरान एक महिला उनके पास आई और टिकट पर लिखी सीट संख्या दिखाकर पुलिसकर्मियों से सीट छोड़ने को कहा। लेकिन पुलिसकर्मियों ने सीट छोड़ने के बजाय महिला को दूसरी सीट पर बैठने को कह दिया। इस पर दोनों पक्षों में बहस भी हुई, जिसके बाद महिला वापस टिकट काउंटर पर गई और रोडवेज कर्मियों से सीट दिलाने को कहा।
इसी बीच यूनियन नेता रामसिंह बिश्नोई मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिसकर्मियों से सीट छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन वे नहीं माने। बिश्नोई का आरोप है कि जब उसने सिविल वर्दी में दोनों पुलिसकर्मियों को पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा तो उन्होंने जेब से रिवॉल्वर निकालकर उसे धमकी दे डाली।
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रोहतक से हिसार कैदी को पेशी पर ले गए जिन पुलिसकर्मियों ने रोडवेज कर्मचारियों के साथ बदतमीजी की है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रोडवेज चालक इस संबंध में स्थानीय थाने में केस दर्ज कराए। इसके बाद जांच की जाएगी। हालांकि अभी तक यह मामला मेरी जानकारी में नहीं था।
-पंकज नैन, एसपी रोहतक।
सीट न देने पर हो सकती है एफआइआर
रोडवेज प्रबंधक जितेंद्र यादव ने बताया कि अगर एक महिला के पास सीट नंबर होने के बाद भी उसे सीट नहीं दी जाती तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो सरासर गलत है।

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