केजरीवाल सरकार ने कसी कमर, दिसंबर में फिर लागू होगा Odd-Even
सरकार की ओर से तर्क दिया जा रहा है कि दिवाली पर प्रदूषण का स्तर बढ़ना तय है। ऐसे में दिसंबर महीने में फॉर्मूला लागू हुआ तो प्रदूषण के स्तर में कमी संभव है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। 'एक साल तक ऑड- इवन फॉर्मूला लागू नहीं करने' के अपने वादे के उलट दिल्ली सरकार तीसरी बार दिल्ली में दिसंबर महीने में फॉर्मूला लागू करने जा रही है। बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार ने तापमान में गिरावट और हवा में घुटन स्तर में इजाफे के मद्देनजर यह फैसला लिया है।
सूत्रों के दावों पर यकीन करें तो दिल्ली सरकार को अब उपराज्यपाल नजीब जंग से ऑड-इवन के तीसरे चरण की अनुमति मिलने का इंतजार है। अनुमति मिलने के बाद सरकार दिसंबर महीने में ऑड-इवन फॉर्मूला लागू कर सकती है। इसकी पीछे सरकार की ओर कई तरह के तर्क दिए गए हैं। प्रदूषण को लेकर आई हालिया रिपोर्ट को भी फॉर्मूला लागू करने की बड़ी वजह बताई जा रही है।
ऑड-इवन का तीसरा चरण लागू करने से पहले क्या करेगी दिल्ली सरकार
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर आई रिपोर्टों को लेकर एक सवाल के जवाब में दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इसे लागू करने को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। अब सिर्फ उपराज्यपाल की अनुमति भर का इंतजार है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों आई विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदूषण के मामले में दिल्ली दूसरा सर्वाधिक प्रदूषित शहर है।
सिर्फ ऑड-इवन से नहीं चलेगा काम
प्रदूषण को लेकर मंत्री बोले, दिल्ली की हालत दयनीय
WHO की रिपोर्ट के बारे में सत्येंद्र जैन का कहना है कि प्रदूषण को लेकर दिल्ली की हालत वाकई दयनीय है और यह बेहद दुखद भी है।
केजरीवाल के मंत्री ने MCD को कोसा
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर प्रतिक्रिया में सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के ऐसे हालात के लिए यहां की दो करोड़ की आबादी की भी भूमिका है। उन्होंने दिल्ली नगर निगम MCD को इस मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि MCD अपने काम को बखूबी अंजाम नहीं दे रहा है।
ऑड-इवन लागू करने को लेकर दिया ये तर्क
साल के आखिर महीने दिसंबर में ऑड-इवन फॉर्मूले को लागू करने को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सर्दी के दौरान हवा में घुटनकारी पीएम तत्वों का स्तर कम करने के मकसद से फॉर्मूला लागू करना फायदेमंद साबित हो सकता है। सर्दी के दौरान तापमान गिरते ही हवा में पीएम के स्तर में बढ़ोतरी हो जाती है।
दिल्ली सरकार हर महीने लागू कर सकती है ऑड-इवन
दिवाली में बढ़ेगा प्रदूषण, फॉर्मूला दिला सकता है राहत
सरकार की ओर से यह भी तर्क दिया जा रहा है कि अक्टूबर-नवंबर महीने में दिवाली और नवरात्र त्योहार हैं। इस दौरान स्वाभाविक रूप से पटाखे फोड़े जाएंगे। इससे हवा में पीएम का स्तर बढ़ना तय है। ऐसे में दिसंबर महीने में फॉर्मूला लागू हुआ तो प्रदूषण के स्तर में कमी संभव है।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि दिल्ली में ऑड-इवन का तीसरा चरण लागू करने से पहले लोगों से भी राय ली जाएगी। जो लोग इसे सफल बनाने के लिए सीधे सड़क पर उतरे थे उनसे दोनों चरणों का अनुभव लिया जाएगा। इसके बाद इसके भविष्य को लेकर सरकार कोई फैसला लेगी।
तब उन्होंने कहा था कि सरकार प्रदूषण की समस्या को लेकर गंभीर है, जिसमें वाहनों व धूल मिट्टी से उत्पन्न प्रदूषण दोनों शामिल हैं।
सरकार का मानना है कि प्रदूषण के लिए 50 फीसद धूल-मिट्टी तथा 50 फीसद वाहनों से निकलने वाला धुआं जिम्मेदार हैं।