केरला हाउस में मेन्यू में फिर शामिल हुआ भैंसे का मीट, 45 मिनट में चट
भाषा की जानकारी न हो तो विवाद कुछ केरल हाउस की कैंटीन की तरह होता है। मलयाली भाषा में लिखे बीफ पर हंगामा बरपने के बाद केरल हाउस कैंटीन के मेन्यू में अंग्रेजी भाषा में भैंसे के मीट का जिक्र किया गया है। काउंटर पर उपलब्ध मेन्यू में भैंसे का
नई दिल्ली। भाषा की जानकारी न हो तो विवाद कुछ केरल हाउस की कैंटीन की तरह होता है। मलयाली भाषा में लिखे बीफ पर हंगामा बरपने के बाद केरल हाउस कैंटीन के मेन्यू में अंग्रेजी भाषा में भैंसे के मीट का जिक्र किया गया है। काउंटर पर उपलब्ध मेन्यू में भैंसे का मीट करी व मीट फ्राई शामिल था।
मामले पर राजनीतिक घमासान का असर यह रहा कि जिस भैंसे के मीट से बने व्यंजन की बिक्री रोजाना 60 से 70 प्लेट होती थी, वह बुधवार को 150 प्लेट बिकी। 45 मिनट में ही भैंसे का मीट खत्म हो गया।
कैंटीन में दोपहर 12:45 बजे भैंसे का मीट उपलब्ध हुआ और डेढ़ बजे ही बिक जाने का बोर्ड टंग गया। सोमवार को केरल भवन की कैंटीन में गाय का मीट परोसे जाने की शिकायत पर दिल्ली पुलिस के अधिकारी जांच के लिए पहुंचे, जिसके बाद हंगामा बरप गया।
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी से लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे संघीय ढांचे पर प्रहार करार दिया। ओमन चांडी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कैंटीन मैनेजिंग कमेटी के सदस्य सुदेश ने बताया कि विवाद के बाद मंगलवार को इसे मेन्यू से हटा लिया गया था, लेकिन केरल सरकार से अनुमति मिलने के बाद बुधवार से फिर से यह मेन्यू में लौट आया। उन्होंने कहा कि पहले भी कभी केरल भवन की कैंटीन में गाय के मीट से बने व्यंजन उपलब्ध नहीं थे, झूठा प्रचार किया गया।