Move to Jagran APP

रोचक दिन: भारत को जहां ज्यादा भी कम लगा, वहीं पाक को कम भी ज्यादा

टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छठे वनडे में एक बार फिर 350 से ऊपर के लक्ष्य को हासिल करके दिखा दिया कि उनके लिए कोई भी लक्ष्य अब बड़ा नहीं है, लेकिन बुधवार का दिन क्रिकेट फैंस के लिए वाकई काफी दिलचस्प रहा क्योंकि उसी दौरान शारजाह में एक ऐसा मैच हुआ जहां नागपुर वनडे से ठीक उल्टा हुआ।

By Edited By: Published: Thu, 31 Oct 2013 11:33 AM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2013 11:45 AM (IST)

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छठे वनडे में एक बार फिर 350 से ऊपर के लक्ष्य को हासिल करके दिखा दिया कि उनके लिए कोई भी लक्ष्य अब बड़ा नहीं है, लेकिन बुधवार का दिन क्रिकेट फैंस के लिए वाकई काफी दिलचस्प रहा क्योंकि उसी दौरान शारजाह में एक ऐसा मैच हुआ जहां नागपुर वनडे से ठीक उल्टा हुआ। भारत के लिए जहां 351 भी कम साबित हुआ वहीं शारजाह में पाकिस्तान के लिए 183 रनों का लक्ष्य भी भारी साबित हुआ। पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज का पहला वनडे मैच महज एक रन से गंवा दिया।

loksabha election banner

पढ़ें: इन 'नए सचिन' ने फिर से लगाया टीम इंडिया का बेड़ा पार

भारत और पाकिस्तान...दोनों देश मैदान पर एक चिर-प्रतिद्वंद्वी हैं। इन दोनों टीमों का मुकाबला हो, तो क्रिकेट फैंस का समय सिर्फ स्टेडियम या टीवी के सामने ही बीतता है। बुधवार को एक तरह जहां करोड़ों भारतीय फैंस का गला जश्न में चिल्ला-चिल्ला कर बैठ गया, वहीं उसी दौरान करोड़ों पाकिस्तानी फैंस उफ-उफ ही करते रह गए। यह क्रिकेट जगत के लिए एक ऐसा दिन था जिसने साबित कर दिया कि अगर किसी टीम का दिन हो, या किसी खिलाड़ी का दिन हो, तो उस दिन कुछ भी नामुमकिन नहीं होता, क्रिकेट में सब कुछ मुमकिन है। इन दोनों मैचों का ब्योरा देकर आपको संक्षेप में समझाने की कोशिश करते हैं कि क्रिकेट में पिच का कितना बड़ा योगदान हो सकता है और जिससे आप खुद अंदाजा लगा सकेंगे कि बुधवार का दिन क्रिकेट जगत के लिए कितना रोमांचक रहा।

1. भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (नागपुर, भारत 6 विकेट से जीता):

सीरीज में 1-2 से पिछड़ रही टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला किया लेकिन कप्तान धौनी के इस फैसले को उनके गेंदबाजों ने नीचा दिखाया और सीरीज में दूसरी बार कंगारुओं को 350 से ऊपर का लक्ष्य खड़ा करने की छूट मिली। वॉटसन (102) और जॉर्ज बैली (155) ने धमाकेदार शतकों से अपनी टीम को जीत की उम्मीद दी, लेकिन एक बार फिर भारतीय टॉप ऑर्डर के तीन सूरमा (कोहली, धवन, रोहित) कंगारुओं पर भारी पड़े और तीन गेंदें शेष रहते एक बार फिर टीम इंडिया ने 350 से ऊपर का लक्ष्य हासिल करके इतिहास रच डाला, साथ ही सीरीज में दूसरी बार साबित कर दिया कि उनके लिए कोई लक्ष्य बड़ा नहीं है। यह लक्ष्य का पीछा करते हुए वनडे इतिहास की तीसरी सबसे बड़ी जीत थी जबकि भारतीय वनडे इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी जीत।

2. पाकिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका (शारजाह, पाक 1 रन से हारा):

उधर, दूसरी तरफ शारजाह में भी पाक और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे की जंग शुरू हुई। वहां, धौनी की तरह दक्षिण अफ्रीकी कप्तान एबी डिविलियर्स का टॉस जीतकर लिया गया फैसला गलत साबित हुआ। फर्क बस इतना था कि धौनी ने नागपुर में फील्डिंग ली, जबकि एबी ने बल्लेबाजी। पाकिस्तानी टीम ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 183 रनों के अंदर समेट दिया। जिसमें चार विकेट लेने वाले सइद अजमल व तीन विकेट लेने वाले शाहिद अफरीदी का अहम योगदान रहा। लक्ष्य बेहद छोटा था, ऐसे में उम्मीद थी कि पाक आराम से लक्ष्य का पीछा कर लेगी, लेकिन मिस्बाह-उल-हक की टीम ने 46.2 ओवर में ही अपने 9 विकेट गंवा दिए। उस 46वें ओवर की तीसरी गेंद पर स्ट्राइक पर मोहम्मद इरफान के रूप में आखिरी बल्लेबाज था और जीत के लिए रन चाहिए था सिर्फ एक...लेकिन दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज मॉर्कल ने इसकी इजाजत भी नहीं दी और इरफान को बोल्ड करते हुए एक रन से शानदार जीत हासिल की। पाकिस्तानी टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सकी और उसे अपने वनडे इतिहास की सबसे शर्मनाक हार में से एक का सामना करना पड़ा। इस तरह से एक रोमांचक दिन का अंत हुआ जहां दो चिर-प्रतिद्वंद्वी देश, दुनिया के अलग-अलग कोने में, कहीं अर्श तो कहीं फर्श से रूबरू होते नजर आए।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.