तकनीक के इस्तेमाल से सरकार ने सब्सिडी में बचाए 10 बिलियन डॉलर
पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादियों को डिजिटल स्पेस के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बताया कि सरकारी लाभों के प्रत्यक्ष हस्तांतरण में तकनीक, बैंक अकाउंट और बायोमेट्रिक आईडेंटिफिकेशन (आधार) के इस्तेमाल से 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर की सब्सिडी बचाई गई है।
साइबर स्पेस पर वैश्विक सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तकनीक ने आज तमाम बाधाओं को खत्म किया है। साथ ही इसने कुशल सेवा वितरण, प्रशासन और शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर पहुंच को सुनिश्चित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार, डिजिटल पहुंच के माध्यम से सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम मोदी ने कहा कि
जन धन खातों, मोबाइल नंबर और आधार के जेएएम ट्रिनिटी के इस्तेमाल ने लीकेज को खत्म कर 10 अरब डॉलर की सब्सिडी बचाने में मदद की है। मोदी ने यहां पर साइबर हमलों को एक महत्वपूर्ण खतरा बताते हुए इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादियों को डिजिटल स्पेस के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
देशों के बीच जानकारियों के आदान-प्रदान की मदद से करना होगा साइबर खतरों का सामना: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डिजिटल स्पेस (जो कि आतंकवाद और कट्टरवाद के लिए खेल का मैदान बनता जा रहा है) के खतरों से लड़ने के लिए देशों के बीच जानकारी साझा करने और उनके समन्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच ठीक संतुलन बिठाया जा सकता है।
एक खुले और आसान पहुंच वाले इंटरनेट की जरूरत पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह अक्सर साइबर अटैक जैसी कमजोरियों को बढ़ावा देता है और साइबर खतरों का सामना करने के लिए एक प्रमुख फोकस क्षेत्र को अच्छी तरह से सुसज्जित एवं उससे जुड़े लोगों को पेशेवरों की ओर से प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।