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    टीसीएस नतीजे: कंपनी का मुनाफा चौथी तिमाही में 2.5 फीसद घटा, आय में भी आई मामूली गिरावट

    By Praveen DwivediEdited By:
    Updated: Tue, 18 Apr 2017 06:26 PM (IST)

    2017 की चौथी तिमाही में टीसीएस का मुनाफा घटकर 6608 करोड़ रुपए रहा है।

    टीसीएस नतीजे: कंपनी का मुनाफा चौथी तिमाही में 2.5 फीसद घटा, आय में भी आई मामूली गिरावट

    नई दिल्ली (जेएनएन): मंगलवार को जारी हुए वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही के नतीजों में टीसीएस का मुनाफा 2.5 फीसद घटकर 6608 करोड़ रुपए रह गया, जबकि इसी वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी का मुनाफा 6778 करोड़ रुपये का रहा था। वहीं कंपनी की आय में भी गिरावट देखने को मिली है। गौरतलब है कि कंपनी को शेयरधारकों की ओर से 16,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक की मंजूरी भी मिल चुकी है।

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    आय में आई कमी:

    वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में टीसीएस की रुपए में होने वाली आय 0.3 फीसद घटकर 29642 करोड़ रुपए रह गई जबकि तीसरी तिमाही में टीसीएस की रुपए में आय 29735 करोड़ रुपए रही थी। वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में टीसीएस की डॉलर आय 1.5 फीसद बढ़कर 445.2 करोड़ डॉलर रही है। वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में टीसीएस की डॉलर आय 438.7 करोड़ डॉलर रही थी।

    एबिटडा भी हुआ कम:

    वहीं तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में टीसीएस का एबिटडा 7733 करोड़ रुपये से घटकर 7627 करोड़ रुपए हो गया है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में टीसीएस एबिटडा मार्जिन 26 फीसद से घटकर 25.76 फीसद रहा है।

    टीसीएस को 16000 करोड़ शेयर के बायबैक की मंजूरी

    टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरधारकों ने 16,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक की योजना को मंजूरी दे दी है। यह भारतीय पूंजी बाजार में सबसे बड़ा बायबैक है। दिग्गज आइटी कंपनी ने बही-खातों में अतिरिक्त नकदी को शेयरधारकों के साथ बांटने के मकसद से यह फैसला किया है।

    पुनर्खरीद के प्रस्ताव के पक्ष में 99.81 फीसद शेयरधारकों ने वोट किया। फरवरी में टीसीएस के बोर्ड ने 16 हजार करोड़ के बायबैक को मंजूरी दी थी। इसके तहत कंपनी 2.85 फीसद यानी कुल 5.61 करोड़ शेयर खरीदेगी। शेयरधारकों की मंजूरी टीसीएस के मंगलवार को जारी होने जा रहे तिमाही नतीजों से ठीक पहले आई है। देश में इतना बड़ा शेयर बायबैक कभी नहीं हुआ है। इससे पहले 2012 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 10,400 करोड़ रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद की थी।