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Bihar Teacher Bharti: सभी विश्वविद्यालयों में भरे जाएंगे शिक्षकों के खाली पद, जल्द निकलेगी बंपर भर्ती

राज्यपाल ने कुलपतियों के साथ दो घंटे से ज्यादा समय तक बैठक की और पहले से दिए गए टास्क के बारे में कुलपतियों से अपडेट जानकारी ली। उन्होंने जून तक लंबित परीक्षाओं को संपन्न कराने और परीक्षाफल प्रकाशित करने का निर्देश भी दिया। राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समस्याओं से रूबरू कराने हेतु शिक्षा विभाग के पदाधिकारी में बैठक में बुलाए गए थे।

By Dina Nath Sahani Edited By: Rajat Mourya Published: Wed, 20 Mar 2024 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2024 11:00 PM (IST)
सभी विश्वविद्यालयों में भरे जाएंगे शिक्षकों के खाली पद, जल्द निकलेगी बंपर भर्ती

दीनानाथ साहनी, पटना। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के खाली पद भरे जाएंगे। शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को सेवानिवृति के दिन ही सेवांत लाभ का भुगतान सुनिश्चित होगा। इस संबंध में राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बुधवार को राजभवन में आयोजित कुलपतियों की बैठक में आदेश दिया।

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राज्य में उच्च शिक्षा में निरतंर सुधार लाने के जतन में जुटे राज्यपाल ने कुलपतियों से साफ तौर पर कहा कि छात्र-छात्राओं को बेहतर शैक्षणिक मौहाल देना सबकी जवाबदेही है। अकादमिक सत्र और परीक्षा कैलेंडर का ससमय पालन कराने की आप सब की जिम्मेदारी है।

जून तक लंबित परीक्षाओं को करा कर रिजल्ट प्रकाशित करने का निर्देश

राज्यपाल ने कुलपतियों के साथ दो घंटे से ज्यादा समय तक बैठक की और पहले से दिए गए टास्क के बारे में कुलपतियों से अपडेट जानकारी ली। उन्होंने जून तक लंबित परीक्षाओं को संपन्न कराने और परीक्षाफल प्रकाशित करने का निर्देश भी दिया। राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समस्याओं से रूबरू कराने हेतु शिक्षा विभाग के पदाधिकारी में बैठक में बुलाए गए थे।

शिक्षा सचिव बैद्यनाथ यादव ने राज्यपाल के सामने ही कुलपतियों की प्रशासनिक व वित्तीय प्रबंधन से जुड़ी समस्याओं को जाना। शिक्षकों की रिक्तियों को भरने एवं शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को उनकी सेवानिवृत्ति के दिन ही सेवान्त लाभ का भुगतान करने पर चर्चा हुई और फिर राज्यपाल ने आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बैंक खातों का संचालन, अंकेक्षण आपत्ति का निराकरण तथा यूआइएमएस की भी समीक्षा की एवं महत्वपूर्ण निदेश दिए।

राशि के अभाव में शिक्षकों व कर्मियों को वेतनादि भुगतान में

राज्यपाल के सामने कुलपतियों ने बताया कि शिक्षकों के अनेक पद रिक्त हैं, जिससे शिक्षण कार्य में कठिनाई हो रही है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत पाठ्यक्रम में समावेश किए गए नये विषयों के शिक्षकों को भी नियुक्त किया जाना आवश्यक है। राशि के अभाव में शिक्षकों एवं कर्मचारियों को वेतनादि के भुगतान में भी परेशानी हो रही है।

शिक्षा सचिव के समक्ष कुलपतियों पर प्राथमिकी दर्ज कराने का मसला भी उठा

शिक्षा सचिव बैद्यनाथ यादव की मौजूदगी में कुलपतियों ने राज्यपाल से विनम्रता से कहा कि उन सब पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है तथा विश्वविद्यालय के खाता संचालन पर रोक लगा दी गई है। इससे उनके प्रशासनिक कार्यों पर असर पड़ रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा राजभवन के बिना संज्ञान में लाये विश्वविद्यालयों में वर्ष में अनेक बार अंकेक्षण कराये जा रहे हैं। इन सबके परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय के कार्य बुरी तरह प्रभावित होे रहे हैं, जो विद्यार्थियों के हित में नहीं है।

कुलपतियों द्वारा विश्वविद्यालय सूचना प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराने पर राज्यपाल ने इनके शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इसका अनुश्रवण राजभवन के स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं का नामांकन उनके निकट के ही महाविद्यालयों में होना चाहिए, ताकि उन्हें सहूलियत हो।

बैठक में इन कुलपतियों ने लिया हिस्सा

राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बिमलेंदु शेखर झा, जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. परमेन्द्र कुमार बाजपेयी, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.लक्ष्मी निवास पांडे, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.शशि प्रताप शाही, मौलाना मजहरूल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति मो. आलमगीर, पटना विश्वविद्यालय एवं नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केसी सिन्हा, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.शरद कुमार यादव, बिहार कृषि विश्वविधालय,सबौर के कुलपति डा. दुनिया राम सिंह, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डा. रामेश्वर सिंह, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके सिंह, मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्यामा राय और पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजनाथ यादव।

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