Move to Jagran APP

'Tejashwi Yadav: 'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे...' तेजस्वी की किस बात पर भड़क गए नित्यानंद राय

सत्यानंद राय ने कहा है कि आरजेडी का यह कहना कि नौकरी मतलब तेजस्वी पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के 17 महीनों के कार्यकाल में आरजेडी के विभागों में क्या-क्या भ्रष्टाचार हुआ है यह सब जानते हैं। उनकी हालत आज खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। सत्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी के पास अपनी डुगडुगी पीटने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।

By Agency Edited By: Mohit Tripathi Published: Thu, 14 Mar 2024 03:30 PM (IST)Updated: Thu, 14 Mar 2024 03:30 PM (IST)
Bihar Political News: तेजस्वी की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी: नित्यानंद राय । (फाइल फोटो)

एएनआई, पटना। सरकारी नौकरी (Government Jobs in Bihar) देने का क्रेडिट लेने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर हमला बोला है।

loksabha election banner

सत्यानंद राय ने कहा है कि आरजेडी का यह कहना कि नौकरी मतलब तेजस्वी पूरी तरह गलत है। जिन 17 महीनों की तेजस्वी यादव चर्चा कर रहे हैं, उसके पहले जो एनडीए सरकार थी उसकी समीक्षा करें तो स्पष्ट होता है कि एनडीए सरकार ने नौकरी देने के लिए विभिन्न विभागों में क्या काम किया।

सत्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पास अपनी डुगडुगी पीटने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। तेजस्वी 17 महीने के काम की चर्चा कर हैं। कौन नहीं जानता है कि इन 17 महीनों में बिहार में लॉ एंड ऑर्डर कैसा था।

सत्यानंद राय (Nityanand Rai) ने कहा कि तेजस्वी और RJD के नेता अपराधियों को संरक्षण देते थे। नीतीश उससे तबाह थे और बिहार का विकास बाधित हो गया था। उन्होंने दावा किया कि इन 17 महीनों में बिहार में कुछ नहीं हुआ है, तो तेजस्वी यादव क्या बोलेंगे।

लैंड फॉर जॉब पर भी बोले

लैंड फॉर जॉब (Land For Job) की बात करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि लालू यादव (Lalu Yadav) ने नौकरी देने के बदले गरीबों की जमीन ले लिया तो किसी का मकान ले लिया। और तो और जितने लोगों की जमीन ली, उतने लोगों को तो नौकरी भी नहीं दी।

तेजस्वी यादव की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी

सत्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव के भी 17 महीनों के कार्यकाल में विभिन्न विभागों में क्या-क्या भ्रष्टाचार हुआ है, यह सभी जानते हैं। आज उनकी हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। सत्ता से बाहर होने के बाद तेजस्वी यादव के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह जो भी बोल रहे हैं , वह केवल भ्रम फैलाने के लिए बोल रहे हैं।

आरजेडी-महागठबंधन का मतलब भी बताया

सत्यानंद ने दावा किया कि नौकरी का मतलब एनडीए-भाजपा, विकास मतलब एनडीए-भाजपा, बेहतर लॉ एंड ऑर्डर मतलब एनडीए-भाजपा, अत्याचार मतलब आरजेडी-महागठबंधन, घोटाला मतलब आरजेडी-महागठबंधन, घोटाला मतलब तेजस्वी और लालू यादव।

सीट शेयरिंग पर क्या कहा?

सीट शेयरिंग (NDA Seat Sharing in Bihar) पर सत्यानंद राय ने कहा कि सीट शेयरिंग का एलान जल्द होने वाला है। इसे लेकर एनडीए में कोई भ्रम नहीं है। एनडीए पूरी तरह एकजुट है। केंद्रीय नेता और बिहार के सहयोगी एक साथ मिलकर सारी चीजें तय कर रहे हैं।

2024 के चुनाव में क्या होंगे BJP-NDA के मुद्दे

नित्यानंद राय ने कहा कि पीएम मोदी के प्रयास से आज देश के गांव-गांव में विकास की गंगा बह रही है। आज देश के 25 करोड़ नागरिक गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं।

नित्यानंद राय ने कहा कि आज विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। मुद्दा सिर्फ भाजपा-एनडीए के पास है। भाजपा-एनडीए के लिए विकास और भारत का मान-स्वाभिमान, देश को आत्मनिर्भर बनाने का मुद्दा है। आजादी के 100 वर्ष होने तक देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प है।

सीएए कानून पर बोले- कुछ लोगों को खुश करने की खातिर

सीएए कानून (CAA) पर बोलते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि विपक्ष के मन में उन लोगों के प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं है, जो अमानवीय परिस्थितियों में रह रहे हैं। जब गृह मंत्री ने सीएए को सदन में रखा था, तब भी विपक्ष ने इसका विरोध किया था। वह आज भी कुछ लोगों को खुश करने के लिए इसका विरोध कर रहे हैं। तुष्टिकरण उनकी नीति है।

यह भी पढ़ें: पटना से न्यू जलपाईगुड़ी और लखनऊ जाने वाली Vande Bharat Train का किराया, रूट और समय...यहां जानिए पूरी डिटेल

बिहार में फिर से चमकी बुखार का आतंक, सतर्क हुआ विभाग; लक्षण दिखने पर न करें नजरअंदाज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.