याहू ने कहा, 2013 के डेटा चोरी मामले में 3 अरब खाते हुए थे हैक
याहू ने बताया कि खुफिया एंजेसी की जांच में यह सामने आया है कि चोरी किये गए डेटा में बैंक संबंधित जानकारी और दूसरे व्यक्तिगत जानाकरी शामिल नहीं है।
यूरोप (एजेंसी)। सर्च इंजन कंपनी याहू ने मंगलवार को कहा कि 2013 के डेटा चोरी की घटना में कंपनी के 3 अरब खातों को हैक कर लिया गया था। यह इतिहास का सबसे बड़ा तीन गुना डेटा चोरी का मामला था। कंपनीके इस खुलासे ने शेयरधारकों और याहू खाताधारकों द्वारा दायर मुकदमों के दावों का विस्तार करने में मदद की है।कुछ प्रभावित याहू उपयोगकर्ताओं के वकील प्रतिनिधि जॉन यांचुनीस ने कहा कि मामले को आगे बढ़ाने के लिए अधिक जानकारी की तलाश थी, अब हमारे पास वो सारे तथ्य हैं।
याहू ने बताया कि खुफिया एंजेसी की जांच में यह सामने आया है कि चोरी किये गए डेटा में बैंक संबंधित जानकारी और दूसरे व्यक्तिगत जानाकरी शामिल नहीं है। लेकिन इसमें पुरानी जानकारी, बैकअप ईमेल पते शामिल थे जिससे उपयोगकर्ता के दूसरे खातों में आराम से सेंध मारी जा सकती थी।
उपयोगकर्ताओं के वकील यांचुनिस ने कहा कि उनकी टीम ने अपने आरोपों के विस्तार के लिए इस महीने के अंत तक नई जानकारी हासिल करने की योजना बनाई है। इसके अलावा मंगलवार को, यू.एस. सीनेट कॉमर्स कमेटी के अध्यक्ष सीनेटर जॉन थ्यून ने कहा कि वे डेटा चोरी के इस मामले की सुनवाई इसी महीने करने की योजना बना रहे हैं। जबकि यू.एस. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन पहले से ही इसकी जांच कर रहा है।
एक याहू आधिकारि ने कहा कि हैक हुए 3 अरब खातों में से कई खोले ही नहीं गए या फिर उनका इस्तेमाल संक्षिप्त रुप से किया गया। उन्होंने बताया कि हैकर्स उपयोगकर्ता के अन्य खातों को ईमेल नोटिफिकेशन भेज रहा था। साइबर सिक्योरिटी फर्म के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड कैनेडी ने कहा, कंपनियां अक्सर नेटवर्क गतिविधि को संग्रहीत करने के लिए उस तकनीक का इस्तेमाल नहीं करती हैं जो हैकर्स करते हैं।
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