गूगल, फेसबुक, ट्विटर फर्जी खबरों को रोकने में रहे नाकाम
लास वेगास गोलीबारी के कई घंटों बाद तक भ्रामक सूचनाओं का सिलसिला रहा जारी..
सैनफ्रांसिस्को, आइएएनएस : लास वेगास में गोलीबारी के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर फर्जी खबरों की बाढ़ सी आ गई थी। ट्विटर पर तो हमलावर स्टीफन पैडक के इस्लाम धर्म अपनाने तक की बात कह दी गई थी। साथ ही हमले के बाद गायब लोगों को लेकर भी भ्रामक सूचनाओं का सिलसिला जारी रहा। फेक न्यूज रोकने के लिए नई तकनीक विकसित करने के दावे धरे के धरे रह गए।
सिलिकनबीट नामक ऑनलाइन न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक सर्च इंजन गूगल पर हमले की घटना को ढूंढ़ने पर टॉप स्टोरीज में ऑनलाइन फोरम '4चान' से जुड़ी खबरें दिख रही थीं। इसमें स्टीफन पैडक की जगह किसी दूसरे व्यक्ति को हत्यारा बताया जा रहा था। रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक के सेफ्टी चेक फीचर को धुर दक्षिणपंथी यूजर्स के ब्लॉग का सामना करना पड़ा। ये यूजर्स हत्यारे व घायलों के संबंध में गलत जानकारियां दे रहे थे। ट्विटर पर वैसे लोगों के गायब होने की जानकारी दी जा रही थी, जो वहां थे ही नहीं।
'4चान' पर हमलावर की पहचान गियरी डेनली के तौर पर की गई थी। वर्ष 2008 में 4चान पर ही एप्पल के दिवंगत मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीव जॉब्स को हार्ट अटैक होने की खबर चला दी गई थी। इससे एप्पल कंपनी को एक दिन में ही स्टॉक वैल्यू कम होने से पांच अरब डॉलर (32,755 करोड़ रुपये) की चपत लग गई थी। '4चान' को नस्लभेद समर्थकों का स्वर्ग माना जाता है। सोमवार एक खबर यह भी जारी की गई कि शूटर अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रति नफरत रखने वाला एक टीवी एंकर था।