क्यों एप से खरीदारी करने से डरते हैं लोग, जानें वजह
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के बाद जानी वजह, पूरी तस्वीर न होना, खास ऑफर से चूकने और छिपे शुल्क के डर के कारण बचते हैं उपभोक्ता
लंदन (प्रेट्र)। स्मार्टफोन और टैबलेट पर एप के जरिए शॉपिंग का चलन बढ़ रहा है, लेकिन फिर भी बहुत से लोग इससे परहेज करते हैं। ऐसे कई कारण हैं, जिसके चलते वे एप से खरीदारी करने से डरते हैं। इसे लेकर किए गए एक अध्ययन में सामने आया कि लोग स्मार्टफोन पर खरीदे जाने वाले सामान की पूरी तस्वीर नहीं देख पाते हैं। इसके अलावा उन्हें खास ऑफरों से चूकने और छिपे हुए शुल्क को लेकर डर बना रहता है। इसके चलते ज्यादातर लोग एप के जरिए खरीदारी करने से बचते हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, उपरोक्त बातों के अलावा गोपनीयता और सुरक्षा को लेकर लोगों की चिंता भी मुख्य कारण है, जिसके चलते वे एप से खरीदारी करने के बजाए शॉपिंग सेंटरों में बास्केट उठाकर घूमना ज्यादा पसंद करते हैं।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, हालांकि ऑनलाइन शॉपिंग के लिए एप सबसे प्रचलित तरीका है और ये डेस्कटॉप आधारित ऑनलाइन शॉपिंग को पीछे छोड़ रहा है, बावजूद इसके लोग पूरी तरह से इसे अपने अनुकूल नहीं मानते हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि एक मार्केट रिसर्च फर्म के अध्ययन में सामने आया है कि वर्ष 2016 में मोबाइल डिवाइस के जरिए ई-कॉर्मेस के क्षेत्र में 46 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, केवल 27 फीसद खरीदारी ही आखिरी चरण तक पहुंच पाई। ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया (यूईए) के शोधकर्ताओं ने
अध्ययन में पाया कि मोबाइल शॉपिंग में निवेश करने वाले ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं के सामने तमाम चुनौतियां हैं।
विश्वसनीयता की चिंता
यूईए के नॉरविच बिजनेस स्कूल के निकोलाओस क्रोफेसिस के मुताबिक, हालांकि मोबाइल शॉपिंग को इसलिए बनाया गया ताकि खरीदारी की प्रक्रिया को आसान किया जा सके, लेकिन गलत चुनाव करने को लेकर खरीदारों को चिंता से मुक्त कैसे किया जा सकता है।
वहीं, खरीदारों को यह भी चिंता रहती है कि जिस वेबसाइट से वे खरीदारी कर रहे हैं वो सुरक्षित है या नहीं, उसकी कितनी विश्वसनीयता है आदि। इन चिंताओं के कारण ही स्मार्टफोन के जरिए खरीदारी गति नहीं पकड़ पा रही है। इसके लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
यह भी पढ़ें: नाखून में फिट होने वाला उपकरण पराबैंगनी किरणों पर रखेगा नजर