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Pakistan Election 2024: नवाज शरीफ की पार्टी को सरकार न बनाने का मलाल, कहा- सही नहीं पाकिस्तान चुनाव का इतिहास

सीनेट में बोलते हुए सिद्दीकी ने कहा कि यह सच है कि पाकिस्तान का चुनावी इतिहास सही नहीं था और कहा कि यह स्थिति कई दशकों से बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हमारे चुनावों का इतिहास वास्तव में सबसे अच्छा नहीं है। दरअसल 2018 में अपनी दोषसिद्धि और सजा के कारण वह आम चुनाव नहीं लड़ने में असक्षम रहे थे।

By Agency Edited By: Shalini Kumari Published: Tue, 20 Feb 2024 05:49 PM (IST)Updated: Tue, 20 Feb 2024 05:49 PM (IST)
नवाज शरीफ की पार्टी ने चुनावी प्रक्रिया पर दिया बयान (फाइल फोटो)

पीटीआई, इस्लामाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी ने 2018 के आम चुनावों को पाकिस्तान के इतिहास में एक 'काला अध्याय' करार दिया। साथ ही, उन्होंने मंगलवार को कहा कि देश का चुनावी इतिहास सही नहीं था और धांधली और हेरफेर के आरोपों के बीच यह स्थिति कई दशकों से बनी हुई है।

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पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सीनेटर इरफान सिद्दीकी ने संसद के ऊपरी सदन में कहा, "2018 में, नवाज शरीफ सलाखों के पीछे थे, उन्हें चुनाव में भाग लेने की अनुमति नहीं थी। क्या तब यह उचित था? और उस समय कोई हंगामा नहीं हुआ था!!"

नवाज को 2017 में किया गया अयोग्य

देश के सबसे शक्तिशाली राजनीतिक परिवार और पीएमएल-एन का नेतृत्व करने वाले शरीफ को 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक पद संभालने से अयोग्य घोषित कर दिया था और जवाबदेही अदालत ने उन्हें 10 साल जेल की सजा भी सुनाई थी। अपनी दोषसिद्धि और सजा के कारण वह आम चुनाव नहीं लड़ सके थे।

ठीक नहीं रहा चुनावी इतिहास

सीनेट में बोलते हुए, सिद्दीकी ने कहा कि यह सच है कि पाकिस्तान का चुनावी इतिहास सही नहीं था और कहा कि यह स्थिति कई दशकों से बनी हुई है। पीएमएल-एन सीनेटर ने कहा, "हमारे चुनावों का इतिहास वास्तव में सबसे अच्छा नहीं है, लेकिन हम 2018 के चुनावों के बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?"

उन्होंने कहा, "2018 के आम चुनावों में जो कुछ भी हुआ, वह हमारे देश के इतिहास में एक काला अध्याय है। तब भी बहुत कुछ हुआ था और शायद इस साल भी वही हुआ। अगर वही दोबारा हुआ, तो यह पूरे देश में हुआ, तो अब सिर्फ यह पंजाब या बलूचिस्तान में नहीं, बल्कि खैबर पख्तूनख्वा में भी होगा।"

2018 में समर्थन से बनाई सरकार

2018 के आम चुनाव में इमरान खान की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और अन्य पार्टियों के समर्थन से केंद्र में सरकार बनाई। सिद्दीकी ने कहा कि अनियमितताएं हर जगह हुईं और उन्होंने कहा, "अगर आप इससे पीड़ित हैं, तो हम भी इससे पीड़ित हैं।"

सिद्दीकी ने कहा, "यह कहना उचित नहीं है कि जहां आप जीते वहां कोई धांधली नहीं हुई और इसके विपरीत भी नहीं हुआ।" जेयूआई-एफ के साथ पीटीआई की हालिया बातचीत पर सीनेटर इरफान ने सवाल उठाया कि इमरान के नेतृत्व वाली पार्टी अन्य दलों के साथ बातचीत क्यों नहीं करती है। उन्होंने कहा, "संसद आएं और अपना विरोध दर्ज कराएं। अब समय आ गया है कि टकराव की राजनीति खत्म हो।"

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स्वतंत्र उम्मीदवारों ने जीती 93 सीटें

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, स्वतंत्र उम्मीदवारों ने चुनाव में 93 नेशनल असेंबली सीटें जीतीं। पीएमएल-एन ने 75 सीटें जीतीं जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान भी अपनी 17 सीटों के साथ उनका समर्थन करने पर सहमत हो गया है।

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