आतंकी हाफिज सईद ने कहा, 'कश्मीर और फलस्तीन की लड़ाई साथ -साथ लड़ी जाए'
हाफिज ने इस दौरान कहा कि अब समय आ गया है कि मुस्लिम देशों को एकजुट होकर अमेरिका के खिलाफ खड़े हों।
लाहौर (जेएनएन)। लश्कर-ए-तैयबा सरगना हाफिज सईद ने नजरबंदी से रिहाई के बाद शुक्रवार को पहली बार जनसभा आयोजित की। सभा में हाफिज ने अमेरिकी राष्ट्रपति के द्वारा यरुशलम में दूतावास स्थानांतरित करने के फैसले के खिलाफ जमकर आग उगली।
आपको बता दें कि अमेरिका ने आतंकी हाफिज सईद पर 65 लाक रुपए का इनाम घोषित किया था। हाफिज ने इस दौरान कहा कि अब समय आ गया है कि मुस्लिम देशों को एकजुट होकर अमेरिका के खिलाफ खड़े हों।
इसके लिए हाफिज सईद ने पाकिस्तान सरकार से भी अमेरिका के इस फैसले पर कड़े रुख अपनाने की मांग की। उसने पाकिस्तान सरकार से यह भी अपील की कि वह संसद का संयुक्त अधिवेशन बुलाकर यरुशलम पर अपना रुख पेश करे। यह भी कहा कि चूंकि पाकिस्तान इकलौता परमाणु संपन्न मुस्लिम देश है इसलिए वह इस्लाम देशों को नेतृत्व करे।
हाफिज ने कश्मीर और फलस्तीन की लड़ाई साथ-साथ लड़ी जाने की भी बात की। हाफिज के भाषण के दौरान उसके संगठन के कार्यकर्ता रह-रहकर ट्रंप, अमेरिका और भारत विरोधी नारे लगा रहे थे। आपको बता दें कि 10 महीने की नजरबंदी के बाद हाफिज सईद 24 नवंबर को हाई कोर्ट के आदेश पर रिहा हुआ है।
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