इस्लामाबाद, रायटर्स। पाकिस्तान सरकार के एक आंतरिक दस्तावेज के अनुसार, सोमवार को जरूरत से अधिक बिजली के उत्पादन के कारण वोल्टेज में उतार चढ़ाव होने से ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न हुई थी। इसके कारण 22 करोड़ लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा था और औद्योगिक गतिविधियां भी प्रभावित हुई थीं।
तीन महीने में दूसरी बार ब्लैक आउट
बता दें कि सोमवार को हुआ यह ब्लैक आउट तीन महीने में देश की दूसरी सबसे बड़ी ग्रिड फेल होने की घटना थी। आंतरिक दस्तावेज के अनुसार, पावर ग्रिड की फ्रीक्वेंसी सोमवार तड़के 50.75 हर्ट्ज तक बढ़ गई थी, जिससे वोल्टेज में उतार चढ़ाव शुरू हो गया।
अधिक उत्पादन से ब्लैक आउट
बता दें कि 50 हर्ट्ज से अधिक बिजली की आवृत्ति यह बताती है कि बिजली का उत्पादन मांग से अधिक है, वहीं अगर आवृत्ति 50 हर्ट्ज से कम हो तो इसका मतलब मांग के मुकाबले आपूर्ति कम है। ग्रिड में काम करने वाले आपरेटर 50 हर्ट्ज पर आवृत्ति को स्थिर रखने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इसमें अधिक उतार चढ़ाव की वजह से ट्रांसमिशन लाइन ट्रिप कर गई।