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जंग की आहट को देखते हुए यूक्रेन में पलायन शुरू, सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की संख्या 10 लाख से ऊपर

यूक्रेन में लगातार हो रहे बम धमाके के बाद लोगों का पलायन शुरू हो गया है। यूक्रेन के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले संख्या करीब 10 लाख से ऊपर है। इनको भय है कि यूक्रेन और रूस के बीच जंग होने पर तबाही का पहला शिकार यही लोग होंगे।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 20 Feb 2022 11:56 AM (IST)Updated: Sun, 20 Feb 2022 05:52 PM (IST)
जंग की आहट को देखते हुए यूक्रेन में पलायन शुरू। फाइल फोटो।

मास्‍को/कीव, एजेंसी। यूक्रेन में लगातार हो रहे बम धमाके के बाद लोगों का पलायन शुरू हो गया है। यूक्रेन के इन दोनों सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की कुल संख्या करीब 10 लाख से ऊपर है। इन लोगों को भय है कि यूक्रेन और रूस के बीच जंग होने पर तबाही का पहला शिकार यही लोग होंगे। इसलिए ये लोग युद्ध शुरू होने से पहले अपनी जान बचाने में जुटे हैं। स्‍थानीय नागरिक बस और गाड़ियों में सवार होकर पोलैंड बार्डर की ओर रुख कर रहे हैं। पलायन करने वालों की संख्या करीब तीन लाख है। इधर, अलगाववादियों के हमले को देखते हुए रूसी कब्जे वाले इलाके में रह रहे लगभग सात लाख लोग भी घर छोड़ सुरक्षित जगहों के लिए निकल पड़े हैं। वहीं इन लोगों को शरण देने के लिए रूस ने अपनी सीमा खोल दी है।

रूस के कई इलाकों में आपातकाल की घोषणा

उधर, यूक्रेन से भारी तादाद में लोगों के पलायन को देखते हुए रूस ने अपने कई इलाकों में आपातकाल की घोषणा कर दी है। हालांकि, रूस ने अपने लोगों की घर वापसी के लिए 400 सैनिक और 150 गाड़ियों की तैनाती की है। रूस ने प्रवासी लोगों को लाने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया है। रूस से समझौते के लिए म्युनिख पहुंचे यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेनेस्कनी ने देशवासियों से भावुक अपील की है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन में हालात बेहतर नहीं है। ऐसे में पश्चिमी देश समझौते को लेकर यूक्रेन को भरोसे में लें। उन्होंने कहा कि पुतिन से बातचीत के लिए उन्होंने हमेशा दरवाजे खुले रखे हैं। जेलेनेस्कनी ने पश्चिमी देशों से कहा है कि रूस पर तत्काल कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं।

कमला हैरिस ने संभाली कमान

इस बीच अमेरिकी उप-राष्‍ट्रपति कमला हैरिस इस मसले पर मुखर हुई हैं। उन्‍होंने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उसने यूक्रेन पर हमला किया तो उसको इस गुस्‍ताखी की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। वहीं अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने बाल्टिक देशों को भरोसा देते हुए कहा है कि यदि रूस से सुरक्षा खतरा पैदा होता है तो उनको अकेले नहीं पड़ने दिया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि रूस पीछे नहीं हट रहा उसके सैनिक हमला करने के लिए तैयार हैं। अमेरिका का अनुमान है कि रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर 169,000 से 190,000 सैनिक तैनात कर रखे हैं। बताया जाता है कि इसमें अलगाववादी लड़ाके भी शामिल हैं। तनाव बढ़ता देख यूरोपीय संघ ने यूक्रेन को आपातकालीन चिकित्सा सामग्री भेजी है। यही नहीं पोलैंड के पीएम ने कहा है कि वह यूक्रेन को और रक्षात्मक हथियार मुहैया कराने के लिए तैयार हैं।

सीमा पर रूस का शक्ति प्रदर्शन

युद्ध के हालात के बीच यूक्रेन बार्डर पर रूस ने शक्ति प्रदर्शन किया है। रूस ने अपने रणनीतिक परमाणु मिसाइल बल का अभ्यास शुरू किया है। उसने परमाणु हमला करने वाली बैलेस्टिक, हाइपरसोनिक, और क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया। पनडुब्बी और टीयू-95 बमवर्षक विमानों ने भी इन परीक्षणों में हिस्‍सा लिया। प्रदर्शन के दौरान रूस ने अपनी तीन नई न्यूक्लियर मिसाइलों को लांच किया। इनमें से एक मिसाइल हाइपरसोनिक स्पीड वाली है, जो अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को मात दे सकती है। रूसी राष्‍ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ रक्षा मंत्रालय के सिचुएशन रूम में बैठकर इन परीक्षणों को देखा।


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