बेरुत धमाके की जांच को लेकर गतिरोध के बीच फिर बढ़ा लोगों का गुस्सा, पुलिस की पिटाई में कई प्रर्दशनकारी घायल
लेबनान के मुख्य अभियोजक घासन ओवेदात ने बुधवार को बेरूत में 2020 बंदरगाह विस्फोट की जांच में हिरासत में लिए गए सभी संदिग्धों को रिहा करने का आदेश दिया और जांच का नेतृत्व कर रहे न्यायाधीश तारेक बिटर के खिलाफ आरोप दायर किए।
बेरुत, एपी। लेबनान की राजधानी बेरुत में बंदरगाह विस्फोट की जांच को रोके जाने से एक बार फिर लोगों का गुस्सा बढ़ गया है। गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी न्यायपालिका के मुख्य कार्यालयों में घुसने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस के साथ हाथपाई भी हुई। बेरूत के ऐतिहासिक पैलेस आफ जस्टिस के बाहर भीड़ को पीछे धकेलने और पुलिस की पिटाई में कई प्रर्दशनकारी घायल भी हुए हैं।
कोर्ट ने 2020 बंदरगाह विस्फोट के संदिग्धों को रिहा करने के दिए आदेश
लेबनान के मुख्य अभियोजक घासन ओवेदात ने बुधवार को बेरूत में 2020 बंदरगाह विस्फोट की जांच में हिरासत में लिए गए सभी संदिग्धों को रिहा करने का आदेश दिया और जांच का नेतृत्व कर रहे न्यायाधीश तारेक बिटर के खिलाफ आरोप दायर किए। आरोपित राजनेताओं की कानूनी कार्रवाई से 13 महीने बंद जांच सोमवार से फिर शुरु हो गई थी।
दो न्यायाधीशों के बीच हो गया गतिरोध पैदा
तारेक बिटर ओवेइदत सहित एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ राजनीतिक, न्यायिक और सुरक्षा अधिकारियों पर भी आरोप लगाए। हाल के घटनाक्रमों से दो न्यायाधीशों के बीच गतिरोध पैदा हो गया है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर कानून तोड़ने का आरोप लगा रहे है। बेरुत में बंदरगाह विस्फोट की जांच इसलिए रोक दिया गया था, क्योकि इसमें सत्तरुढ़ दल के कई नेता फंस सकते हैं।
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