भारत के लिए चिंता का विषय, इस पड़ोसी देश में पांव पसार रहा ISIS और अलकायदा
ISIS धीरे-धीरे मालदीव के सुरक्षाबलों पुलिस सेना इमिग्रेशन और शिक्षा मंत्रालय के रणनीतिक पदों पर कब्जा कर रहा है।
माले, एएनआइ। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कट्टरपंथी इस्लाम को भारतीय महासागर क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती बताया है। उन्होंने कहा है कि अलकायदा और आईएसआईएस मालदीव पर धीरे-धीरे कब्जा कर रहे हैं। यहां तक की सुरक्षा संस्थानों में उच्च पद तक पहुंचने में कामयाब हो गए हैं।
हिंद महासागर सम्मेलन (आईओसी) में बोलते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, 'अल कायदा और ISIS मालदीव के भीतर धीरे-धीरे पांव पसार रहे हैं। वे सुरक्षाबलों, पुलिस, सेना, इमिग्रेशन और शिक्षा मंत्रालय में रणनीतिक पदों पर कब्जा कर रहे हैं'। नशीद ने कहा कि पहले वे सिस्टम में घुसते हैं और फिर हमला करते हैं। जिसके बाद बचाव का कोई रास्ता नहीं बचता। हमें इससे निपटने के लिए सतर्क रहना चाहिए।
आतंकी संगठनों ने तैयार किया मजबूत नेटवर्क
उन्होंने कहा की आईएसआईएस लगातार अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है। मालदीव में पिछले 40 सालों में इस्लाम के कट्टरपंथी संस्करण को प्रचारित किया जा रहा है, जिसकी वजह से चरमपंथियों और जिहादी आंदोलनों के लिए एक रास्ता तैयार हो गया है। मालदीव के लोगों की भर्ती के लिए आतंकी संगठनों ने एक मजबूत नेटवर्क बनाया गया था, जिसकी वजह से बहुत सारे मालदीव के नागरिक लड़ने के लिए सीरिया चले गए।
पिछले पांच वर्षों में हुई हत्याओं के पीछे ISIS
बता दें कि हल ही में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह ने पिछले पांच वर्षों में हुई हत्या की जांच के लिए एक आयोग नियुक्त किया था। आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक अल कायदा और आईएसआईएस ने ही इन सभी हत्याओं को अंजाम दिया।
हिंद महासागर क्षेत्र के लिए सबसे बड़ी चुनौती
मोहम्मद नशीद ने कट्टरपंथी इस्लाम को हिंद महासागर क्षेत्र के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा है कि मालदीव की नई सरकार आइएसआइएस और अलकायदा की चुनौती से निपटने में पूरी तरह सक्षम साबित होगी। हम उनकी हिटलिस्ट में हैं, लेकिन इस काम को जारी रखना चाहिए।
चीन की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की
इस दौरान मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद ने चीन की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की। उन्होंने कहा कि चीन ने एक भी गोली चलाए बिना ईस्ट इंडिया कंपनी की तुलना में ज्यादा जमीन हथिया ली। ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी साल 1608 में कारोबार के लिए भारत आई थी और धीरे-धीरे उसने पूरे देश पर कब्जा जमा लिया था।
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