'MeToo' कैंपेन शुरू करने वाली महिला पर मानहानि का मुकदमा, फेसबुक पर शेयर की आपबीती
महिला पत्रकार ने जिस पर व्यक्ति पर अभद्र टिप्पणी के आरोप लगाए थे, उसी ने मानहानि का मुकदमा कर दिया है।
फ्रांस (एजेंसी)। 'मी-टू' कैंपेन में महिलाओंं नेे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने साथ हुई यौन शोषण की घटनाओं को साझा किया। लेकिन, फ्रांस में इस कैंपेन को शुरू वाली महिला पत्रकार सैंड्रा मुलर को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। दरअसल, मुलर ने जिस व्यक्ति पर आरोप लगाए थे, उसने महिला पत्रकार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर दिया है।
चैनल के एग्जिक्यूटिव ने की थी अभद्र टिप्पणी
सैंड्रा मुलर ने अपने चैनल के एग्जिक्यूटिव एरिक ब्रायॉन पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। उन्होने अपनी साथ हुई घटना को 13 अक्टूबर को ट्विटर पर शेयर किया था। उन्होने अपने पोस्ट में बताया था किस तरह ब्रायॉन ने उनके साथ बदतमीजी की थी। मुलर के इस कदम के बाद फ्रांस की अन्य महिलाओं ने भी अपने साथ हुई घटनाओं को सोशल मीडिया पर साझा किया।
एग्जिक्यूटिव ने स्वीकारी थी अपनी गलती
गुरुवार को मुलर ने फेसबुक के जरिए बताया कि एग्जिक्यूटिव एरिक ब्रायॉन ने अपनी हरकत के माफी भी मांग ली थी। फ्रांस के एक अखबार में ऑपिनियन आर्टिकल लिखते हुए ब्रायॉन ने मुलर पर अभद्र टिप्पणी करने की बात स्वीकार की थी। लेकिन अब वो बदल गया है। उसने मुलर पर ब्रायॉन ने 50 हजार यूरो का मानहानि का मुकदमा किया है।
टाइम्स मैगजीन की पर्सन ऑफ द ईयर की लिस्ट में थी शामिल
मुलर ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि अपने वकील के साथ मैं आखिरी तक अपने हक की लड़ाई लडूंगी। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि इस ट्रायल के जरिए इस बात पर बहस छिड़ेगी कि यौन उत्पीड़न का सामना कैसे करें। बता दें कि टाइम मैगजीन ने मुलर को 2017 के पर्सन ऑफ द ईयर की लिस्ट में शामिल किया था और उन्हे 'साइलेंस ब्रेकर' का नाम दिया था।
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