महिला शोषण पर खुलकर बात करना आसान नहीं होता औरतों के लिए - प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका का मानना है कि महिलाएं विक्टिम नहीं बल्कि सर्वाइवर होती हैं।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। प्रियंका चोपड़ा ने खुलकर यह बात कही है कि दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां महिलाएं पूरी तरह से सुरक्षित हों। हाल ही में एक इवेंट के दौरान उन्होंने कई बातें कही हैं। हॉलीवुड की भी कई महिलाओं ने खुलकर अपनी बात रखी है। इस बारे में बात करते हुए भी प्रियंका ने कहा कि सिर्फ बॉलीवुड में नहीं पूरे देश में मी टू के फेमस होने की वजह यही है कि सभी ने इससे रिलेट किया है।
प्रियंका कहती हैं कि पूरे विश्व में हर फील्ड में पॉवरफुल मैन के द्वारा महिलाओं के साथ दुर्वव्यवहार होता ही है। फिर वह इमोशनल, वर्बल, सेक्सुअल या फिर फिजिकल फॉर्म में ही क्यों न हो। जब वह आपको प्रमोशन नहीं देते और आपको टेकेन फॉर ग्रांटेड लेते है। कई तरह से महिलाएं इन बातों का सामना करती हैं। किसी भी महिला के लिए यह आसान नहीं होता कि वह खुलकर इन मुद्दों पर अपनी राय रखे, अपना दर्द बयां कर सकें। किसी महिला के लिए यह कह पाना आसान नहीं होता कि वह हर्ट हुई हैं या इन्हें इस तरह शोषित किया गया है, क्योंकि हमेशा ऐसा होता है कि महिलाओं से लगातार एक ही सवाल पूछे जाते हैं कि उनकी गलतियां तो नहीं थी। कई बार उनमें ही दोष निकाल लिये जाते हैं। प्रियंका का मानना है कि महिलाएं विक्टिम नहीं बल्कि सर्वाइवर होती हैं। दुनिया में ऐसी जगह नहीं हैं, जहां महिलाएं सर्ववाइव कर सकती हो।
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प्रियंका ने आगे कहा कि वह अपने हाई स्कूल में भी रेसिज्म का शिकार हो चुकी हैं। उन्हें लोग ब्राउनी और करी कह कर बुलाते थे। उस वक्त प्रियंका इनसेक्योर थीं और खुद के लिए स्टैंड नहीं ले पाती थीं। लेकिन अब उन्हें खुशी है कि उन्होंने अपने दमखम पर ये पहचान स्थापित की है।