नेपाल के पीएम ओली ने भगवान राम और अयोध्या पर विवादित बयान के बाद दिया स्पष्टीकरण
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने अयोध्या और भगवान राम पर पीएम केपी ओली की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि टिप्पणी किसी भी राजनीतिक विषय से जुड़ी नहीं है।
काठमांडु, एएनआइ। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली चीन की शह पर भारत विरोधी रूख के कारण जाने जाते हैं। सोमवार को ओली ने भगवान राम और अयोध्या को लेकर विवादित बयान दिया था। मंगलवार को नेपाल के विदेश मंत्रालय ने ओली के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के कथन का अर्थ अयोध्या और उसकी सांस्कृतिक विरासत के महत्व को कम करना नहीं था। वह सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि इस दिशा में और शोध किए जाने की जरूरत है। उनके इस बयान का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने या किसी राजनीतिक विचारधारा पर प्रहार करने का नहीं था। ।
Nepal Ministry of Foreign Affairs issues clairification over PM KP Oli's y'days' remarks on Ayodhya & Lord Ram. "Remarks not linked to any political subject & have no intention to hurt anyone's feelings; not meant to debasing signifiance of Ayodhya and cultural value it bears." pic.twitter.com/xghWhjTkl8
— ANI (@ANI) July 14, 2020
सोमवार को काठमांडु में पीएम आवास में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम ओली ने कहा था कि अयोध्या असल में नेपाल के बीरभूमि जिले के पश्चिम स्थित थोरी शहर में है। भारत दावा करता है कि भगवान राम का जन्म वहां हुआ था। उसके इसी लगातार दावे के कारण हम मानने लगे हैं कि देवी सीता का विवाह भारत के राजकुमार राम से हुआ था, जबकि असलियत में अयोध्या बीरभूमि के पास स्थित एक गांव है। ओली ने भारत पर सांस्कृतिक अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए कहा था कि भारत ने एक नकली अयोध्या का निर्माण किया है।
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