Move to Jagran APP

नेपाल के पीएम ओली ने भगवान राम और अयोध्‍या पर विवादित बयान के बाद दिया स्‍पष्‍टीकरण

नेपाल के विदेश मंत्रालय ने अयोध्या और भगवान राम पर पीएम केपी ओली की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि टिप्पणी किसी भी राजनीतिक विषय से जुड़ी नहीं है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 06:54 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 11:49 PM (IST)
नेपाल के पीएम ओली ने भगवान राम और अयोध्‍या पर विवादित बयान के बाद दिया स्‍पष्‍टीकरण
नेपाल के पीएम ओली ने भगवान राम और अयोध्‍या पर विवादित बयान के बाद दिया स्‍पष्‍टीकरण

काठमांडु, एएनआइ। नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली चीन की शह पर भारत विरोधी रूख के कारण जाने जाते हैं। सोमवार को ओली ने भगवान राम और अयोध्‍या को लेकर विवादित बयान दिया था। मंगलवार को नेपाल के विदेश मंत्रालय ने ओली के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के कथन का अर्थ अयोध्या और उसकी सांस्कृतिक विरासत के महत्व को कम करना नहीं था। वह सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि इस दिशा में और शोध किए जाने की जरूरत है। उनके इस बयान का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने या किसी राजनीतिक विचारधारा पर प्रहार करने का नहीं था। । 

loksabha election banner

सोमवार को काठमांडु में पीएम आवास में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम ओली ने कहा था कि अयोध्या असल में नेपाल के बीरभूमि जिले के पश्चिम स्थित थोरी शहर में है। भारत दावा करता है कि भगवान राम का जन्म वहां हुआ था। उसके इसी लगातार दावे के कारण हम मानने लगे हैं कि देवी सीता का विवाह भारत के राजकुमार राम से हुआ था, जबकि असलियत में अयोध्या बीरभूमि के पास स्थित एक गांव है। ओली ने भारत पर सांस्कृतिक अतिक्रमण का आरोप लगाते हुए कहा था कि भारत ने एक नकली अयोध्या का निर्माण किया है।

इसे भी पढ़ें: भगवान राम पर बेतुके बयान के लिए नेपाल के पीएम ओली अपने ही देश में बने मजाक

अपने भाषण में उन्होंने दावा किया था कि बाल्‍मीकि आश्रम नेपाल में है। वह पवित्र स्थान जहां राजा दशरथ ने पुत्र के जन्म के लिए यज्ञ किया था, वह रिदि है। दशरथ पुत्र राम एक भारतीय नहीं थे और अयोध्या भी नेपाल में है। ओली ने अपने इन दावों पर अजीबोगरीब दलील देते हुए कहा कि जब संचार का कोई तरीका ही नहीं था तो भगवान राम सीता से विवाह करने जनकपुर कैसे आए?
 
उन्होंने दावा किया कि भगवान राम के लिए यह असंभव था कि वह भारत स्थित मौजूदा अयोध्या से जनकपुर तक आते। पीएम ओली ने कहा कि जनकपुर यहां और अयोध्या वहां है और हम विवाह की बात कर रहे हैं। तब न मोबाइल फोन था और ना ही टेलीफोन, तो उन्हें जनकपुर के बारे में कैसे पता चला।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.