Ukraine Referendums: रूस पर कनाडा लगाएगा नई पाबंदियां, जनमत संग्रह से है नाराजगी
इस साल फरवरी माह के अंत से रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के मद्देनजर कई पश्चिमी देशों ने मास्को पर अनेक प्रतिबंध लगा दिए। इसके बावजूद रूस आगे बढ़ता रहा और अब यूक्रेन के उन चार इलाकों में जनमतसंग्रह करा रहा है जहां इसने कब्जा कर लिया है।
ओंटारियो, रायटर्स। यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले चार इलाकों में जनमत संग्रह को लेकर कनाडा (Canada) ने रूस पर नए प्रतिबंध लागू करने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कनाडा कभी भी जनमत संग्रह के परिणामों को मंजूरी नहीं देगा और न ही यूक्रेनी इलाकों में रूस के अवैध कब्जे को मान्यता देगा। ट्रूडो ने बताया कि यूक्रेन में अवैध कब्जे व वहां जारी खून खराबा के लिए जिम्मेवार लोगों व संस्था पर प्रतिबंध लागू करने का हमने फैसला लिया है।
अधिकारियों का दावा-
यूक्रेन के चार इलाकों में रूस द्वारा तैनात अधिकारियों के अनुसार पांच दिनों की वोटिंग के बाद वहां यह बहुमत दिखा कि वे रूस का हिस्सा बनने को आतुर हैं। ट्रूडो ने बताया कि कनाडा अंतरराष्ट्रीय पाटर्नर व सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहा था ताकि उनके साथ मिलकर अयोग्य वोटों को खारिज कर सके। कीव और उसके सहयोगी देशों ने इस वोटिंग को अवैध कहा और रूस के इस कदम की घोर निंदा की है। यूक्रेन के उन चार इलाकों में वोटिंग करवाई गई जहां रूस ने कब्जा कर लिया है। ये इलाके हैं डोनेत्सक, लुहांस्क, जापोरिजिया और खेरसान। यूक्रेन के ये चार शहर देश का 15 फीसद इलाका हैं।
रूस में शामिल होना चाहते हैं यूक्रेन के इन चार इलाके
लुहांस्क में रहने वाले 98.4 फीसद लोगों ने रूस में शामिल होने के लिए वोटिंग की है। वहीं जापोरिजिया में यह आंकड़ा 93.1 फीसद है। खेरसान में 87 फीसदी वोट रूस के पक्ष में डाले गए हैं। इससे पहले जून में कनाडा ने रूस पर प्रतिबंध लगाया था। कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने एलान किया था कि रूस के वित्तीय क्षेत्र पर नए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यूक्रेन के लिए और अधिक सैन्य सहायता, ड्रोन कैमरा, सैटेलाइट इमेजरी, छोटे हथियार, गोला-बारूद और अन्य सहायता की घोषणा कर रहा हूं। इसमें डिमाइनिंग आपरेशन के लिए फंडिंग भी शामिल था।
चारों कब्जे वाले क्षेत्रों को रूस में शामिल करने का पुतिन कर सकते हैं एलान, जनमत संग्रह हुआ पूरा