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क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो के बड़े बेटे ने की आत्महत्या, महीनों से अवसाद से थे ग्रस्त

कास्त्रो डिआज-बालार्ट अपनी मौत के पहले तक क्यूबा परिषद के वैज्ञानिक सलाहकार और क्यूबा एकेडमी ऑफ साइंसेज के उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे थे।

By Srishti VermaEdited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 10:24 AM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2018 11:18 AM (IST)
क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो के बड़े बेटे ने की आत्महत्या, महीनों से अवसाद से थे ग्रस्त

क्यूबा (रायटर्स)। क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो के बड़े बेटे फिदेल कास्त्रो डियाज बालार्ट ने आत्महत्या कर जान दे दी है। जानकारी के मुताबिक, कई महीनों से अवसाद से ग्रस्त 68 वर्षीय डियाज ने गुरुवार को आत्महत्या कर अपनी जान दे दी। क्यूबा की सरकारी मीडिया ने ये जानकारी दी।

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कई महीनों से थे अवसाद ग्रस्त

बता दें कि, कास्त्रो डियाज बालार्ट को फिदेलिटो के नाम भी जाना जाता है, वे काफी कुछ अपने पिता से मिलते-जुलते थे। बताया जाता है कि शुरुआत में उन्हें अवसाद के मरीज के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद उनका वहां निरंतर इलाज जारी रहा। कई महीनों तक कई डॉक्टरों ने अवसाद की बीमारी के लिए उनका इलाज किया। लेकिन क्यूबाडिबेट वेबसाइट ने बताया कि गुरुवार की सुबह फिदेलिटो ने आत्महत्या कर ली। फिदेलिटो का जन्म 1949 में हुआ था। उनकी माता का नाम मीरता डियाज-बालार्ट था। इसके बाद उनके पिता फिदेल कास्त्रो शीत युद्ध के दौरान अमेरिका समर्थित तानाशाह को नष्ट करने संयुक्त राज्य में कम्युनिस्ट की शुरुआत करने चले गए थे। 

10 साल की उम्र में संयुक्त राज्य से वापस आए क्यूबा

क्यूबा की जानकारों का कहना है कि फिदेलिटो की माँ उन्हें 5 साल की उम्र में अपने साथ संयुक्त राज्य ले आई थीं। उस समय वे कास्त्रो से तलाक लेना चाहती थी जिन्हें सैंटियागो में मोनकाडा के सैनिक छावनी पर हमला करने के जुर्म में कैद कर लिया गया था। 1959 की क्रांति के बाद कास्त्रो फ़िदेलिटो को क्यूबा वापस लाने में कामयाब हो गए।

थे महान परमाणु भौतिक विज्ञानी

पूर्व सोवियत संघ में अध्ययन करने वाले एक परमाणु भौतिक विज्ञानी, कास्त्रो डिआज-बालार्ट अपनी मौत के पहले तक क्यूबा परिषद के वैज्ञानिक सलाहकार और क्यूबा एकेडमी ऑफ साइंसेज के उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे थे। इसके पहले, 1980 से 1992 तक फिदेलिटो क्यूबा के राष्ट्रीय परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख थे, इसके अलावा उन्होंने कैरेबियाई के सबसे बड़े द्वीप पर एक परमाणु संयंत्र के विकास का नेतृत्व भी किया था। हालांकि उनके पिता ने उन्हें बाद में वहां से निकाल दिया था।

बता दें कि, उनकी मृत्यु अपने पिता की मौते के एक साल के बाद हुई। उनके पिता फिदेल कास्त्रो का 90 वर्ष की उम्र में 25 नवंबर 2016 को निधन हो गया था।

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