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अमेरिका ने चीन को कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को दबाने पर 'गंभीर परिणाम’ भुगतने की दी चेतावनी

सीनेटरों के पत्र में कहा गया है हम सीसीपी को शांतिपूर्ण चीनी प्रदर्शनकारियों पर हिंसक कार्रवाई नहीं करने की चेतावनी देते हैं। अगर ऐसा होता है तो हम मानते हैं कि अमेरिका-चीन संबंधों के गंभीर परिणाम होंगे जिससे चीन को सबसे ज्यादा नुकसान होगा।

By AgencyEdited By: Babli KumariPublished: Fri, 02 Dec 2022 10:13 AM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2022 10:13 AM (IST)
अमेरिका ने चीन को कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को दबाने पर 'गंभीर परिणाम’ भुगतने की दी चेतावनी
अमेरिका ने चीन को कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों को दबाने पर दी चेतावनी

वाशिंगटन, एजेंसी। 40 से अधिक अमेरिकी सीनेटरों के एक द्विदलीय समूह ने गुरुवार को चीन को वहां विरोध प्रदर्शनों पर किसी भी हिंसक कार्रवाई के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि यह अमेरिका-चीन संबंधों को 'गंभीर नुकसान' पहुंचाएगा।

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डेमोक्रेट्स डैन सुलिवन और जेफ मर्कले और रिपब्लिकन मिच मैककोनेल और टॉड यंग के नेतृत्व में 42 सीनेटरों ने चीन के वाशिंगटन के राजदूत किन गैंग को लिखे पत्र में कहा कि वे चीन में विरोध प्रदर्शनों पर बहुत सावधानी से नज़र रख रहे हैं।

सीनेटरों के पत्र में कहा गया है, 'हम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) की प्रतिक्रिया पर भी बारीकी से नजर रख रहे हैं।'

प्रदर्शनों को लेकर सरकार सख्त

कड़े कोविड प्रतिबंधों के खिलाफ सप्ताहांत में शुरू हुए प्रदर्शनों से घबराई चिनफिंग सरकार ने देश के प्रमुख शहरों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को उतार दिया है। पूर्वी शहर शुझोऊ में टैंक तैनात किए जाने की सूचना है। लोगों के मोबाइल व अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है और प्रदर्शनों से संबंधित वीडियो डिलीट किए जा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर अंकुश लगा दिया गया है। सेंट्रल पालिटिकल एंड लीगल अफेयर कमिशन ने 'शत्रु ताकतों' के खिलाफ कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

शहरों में बड़ी संख्या में पुलिस वाहन गश्त कर रहे हैं, जबकि पुलिसकर्मी व अर्धसैन्य बल लोगों के पहचान पत्र की जांच कर रहे हैं। दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया है।

चिनफिंग सरकार के खिलाफ सख्त विरोध

हालिया प्रदर्शनों को राष्ट्रपति शी चिनफिंग के कार्यकाल का सबसे बड़ा विरोध आंदोलन करार दिया जा रहा है। इसे वर्ष 1989 के थ्येनआनमन आंदोलन के बाद का सबसे बड़ा नागरिक अवज्ञा भी कहा जा रहा है। ग्वांगझोउ शहर के कुछ जिलों में लाकडाउन खत्म करने का एलान करते हुए अधिकारियों ने उन जिलों का उल्लेख नहीं किया, जहां मंगलवार को प्रदर्शन हुए हैं।

जिन जिलों में अस्थायी लाकडाउन को खत्म किया गया है, उनमें हाइझू, बाइयून, फनयू, तियान्हे, कांघुआ, हुआदू व लिवान शामिल हैं। कांघुआ प्रशासन ने कहा कि जिले में स्कूल, रेस्त्रां व कारोबार को खोलने की इजाजत दी गई है।

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