ताइपे (एजेंसी)। चीन में कोरोना का कहर और इसको लेकर जारी सरकार की जीरो कोविड नीति ने लोगों से का गुस्सा भड़का हुआ है। पिछले दिनों चीन के पश्चिमी शिनजियांग प्रांत के एक अपार्टमेंट में लगी आग ने इस गुस्से को और भड़काने में मदद की है। इन दोनों मुद्दों पर चीन के शंघाई में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ है। हालांकि ये अब तक साफ नहीं हो सका है कि इस विरोध प्रदर्शन में कितने लोगों ने हिस्सा लिया, लेकिन कहा जा रहा है कि शंधाई पुलिस ने करीब 300 प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए काली मिर्च का स्प्रे किया।
आधी रात में हुआ प्रदर्शन
जानकारी के मुताबिक ये सभी प्रदर्शनकारी आधी रात में प्रांतीय राजधानी उरुमकी में इकट्ठा हुए थे। इन सभी के हाथों में मोमबत्तियां, फूल और बैनर थे। इन लोगों के हाथों में जो बैनर थे उन पर लिखा था नवंबर 24, जिनकी मौत हुई उनकी आत्मा को शांति देना। आपको बता दें कि 24 नवंबर को ही शिनजियांग के अपार्टमेंट में आग लगी थी, जिसमें करीब 10 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।।
पुलिसकर्मियों ने किया बल प्रयोग
प्रदर्शनकारियों में शामिल कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस ने इन लोगों को मारा और उनकी आंखों में काली मिर्च का सप्रे किया। इनका कहना था कि पुलिस ने इनको जबरन घुटनों पर बिठा दिया और उनके ऊपर बल प्रयोग किया। पुलिस द्वारा किए गए इस बल प्रयोग की वजह से वहां पर भगदड़ मच गई जिसके चलते प्रदर्शनकारियों को नंगे पांव ही भागना पड़ा। ये प्रदर्शनकारी शी चिनफिंग के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और उन्हें पद से हटने का नारा लगा रहे थे। ये प्रदर्शनकारी सरकार की जीरो कोविड नीति के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे थे। इन लोगों का कहना था कि शिनजियांग में लगे लाकडाउन को हटाया जाए। पीसीआर टेस्ट की जरूरत से इनकार करते हुए ये प्रदर्शनकारी प्रेस की आजादी की भी बात कर रहे थे।
कोरोना के चलते लाकडाउन
आपको बता दें कि चीन के कई शहरों में कोरोना के चलते लाकडाउन लगा हुआ है। इसकी वजह से वहां के काम-धंधों पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकार की नीतियों के चलते कई छोटे कारोबार बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। चीन के कई प्रांतों में सरकार की जीरो कोविड नीति को लेकर लोगों में गुस्सा भरा हुआ है। उरुमकी में शामिल एक प्रदर्शनकारी शू ने बताया कि इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। पुलिस का भी वहां पर जबरदस्त जमावड़ा था। चीन के सोशल मीडिया पर इस विरोध प्रदर्शन को लेकर जितने भी पोस्ट थे उन सभी को तुरंत हटा दिया गया।
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