चीन करने जा रहा दुनिया की सबसे तेज 'पवन सुरंग' का निर्माण, जानिए इसकी खासियत
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने बताया कि यह दुनिया का सबसे तेज हाइपरसोनिक पवन सुरंग होगा।
बीजिंग (एएफपी)। चीन ने घोषणा की है कि वह सुपर फास्ट एयरप्लेन की नई पीढ़ी को विकसित करने के लिए दुनिया की सबसे तेज पवन सुरंग का निर्माण कर रही है, लेकिन इसका इस्तेमाल हाइपरसोनिक मिसाइल प्रौद्योगिकी के लिए भी किया जा सकता है। पवन सुरंगों से पता चलता है कि हवा ठोस ऑब्जेक्ट से कैसे गुजरती हैं, जिससे डिजाइनर वायुगतिकी में सुधार कर सकते हैं या वे हवा के उच्च गति तक पहुंचने से ऑब्जेक्ट्स में पैदा हुए तनाव को कम कर सकते हैं।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने बताया कि यह दुनिया का सबसे तेज हाइपरसोनिक पवन सुरंग होगा। चीन एकेडमी ऑफ साइंस के एक शोध विशेषज्ञ हान गिलाई ने बताया कि "265 मीटर लंबी सुरंग का इस्तेमाल हाइपरसोनिक विमान का परीक्षण करने के लिए किया जा सकता है जिसकी गति ध्वनि की गति से भी 25 गुना अधिक होगी।
यह खुलासा तब हुआ है जब दुनिया के अग्रणी सैन्यशक्ति वाले देश मिसाइलों और जासूस विमानों से हाइपरसोनिक हथियारों की अगली पीढ़ी को विकसित करने की दौड़ में शामिल हैं। इससे पहले इस महीने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था रूस ने हाइपरसोनिक मिसाइलों की एक नई पीढ़ी विकसित की है जिसके बाद अमेरिका सहित अन्य नाटो देशों ने नाराजगी व्यक्त की थी। हाल ही में अमेरिकी अधिकारियों ने हाइपरसोनिक हथियारों से संभावित खतरों के बारे में बताया था कि उनकी गति ध्वनि कि गति से भी 5 गुना या उससे भी अधिक होती है।
जापान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने भी पिछले साल ही एक हाइपरससोनिक मिसाइल डीएफ -17 का परीक्षण किया है। हालांकि पेंटागन ने हाइपरसोनिक्स को लेकर पहले से ही चेतावनी दे रखी है कि अमेरिका वर्षों से इस तरह के तकनीक विकसित कर रहा है। शिन्हुआ एजेंसी की एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चीनी एकेडमी ऑफ साइंसेज ने पहले से ही अपनी मौजूदा पवन सुरंग में एक हाइपरसोनिक विमान उड़ान का परीक्षण कर लिया है।