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अमेरिका में 4 जुलाई के जश्‍न का साइड इफेक्‍ट, तीन सप्‍ताह में दोगुना हो गए कोरोना के नए मामले

अमेरिका में तीन सप्‍ताह के दौरान कोरोना के मामलों में जबरदस्‍त तेजी देखी गई है। इसकी वजह देश में मनाया गया स्‍वतंत्रता दिवस भी बताया जा रहा है। इसके अलावा डेल्‍टा वैरिएंट यहां पर तेजी से फैल रहा है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 15 Jul 2021 11:04 AM (IST)Updated: Thu, 15 Jul 2021 11:04 AM (IST)
अमेरिका में बढ़ गए कोरोना के मामले, कई राज्‍यों में धीमी है वैक्‍सीनेशन की रफ्तार

वाशिंगटन (एपी)। अमेरिका में कोरोना के मामलो में एक माह के बाद फिर से तेजी आई है। तीन सप्‍ताह के दौरान रोजाना आने वाले नए मामले करीब दोगुना हो गए हैं। इसकी वजह तेजी से फैल रहे डेल्‍टा वैरिएंट को बताया गया है। इसके पीछे एक वजह देश में 4 जुलाई को मनाए गए स्‍वतंत्रता दिवस को भी बताया जा रहा है। इस दिन काफी संख्‍या में लोग एकत्रित हुए थे। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक देश में 23 जून को कोरोना के 11300 नए मामले सामने आए थे। वहीं सोमवार 13 जुलाई को इनकी संख्‍या बढ़कर 23600 हो गई। बीते दो सप्‍ताह के दौरान देश के डकोटा और मेने राज्‍य में लगातार मामलों में तेजी आई है।

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वाशिंगटन के स्‍कूल ऑफ मेडिसिन में इंफेक्शियस डिजीज डिवीजन के कॉ-डायरेक्‍टर डॉक्‍टर बिल पाउडरली का कहना है कि ये संयोग नहीं है कि जिस वक्‍त हमनें ऐसा होने का अनुमान लगाया था ठीक उसी वक्‍त मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों ने जुलाई के चौथे सप्‍ताह के आसपास देश में कोरोना के मामले बढ़ने का अनुमान लगाया था। उनके मुताबिक ये ऐसे समय में हो रहा है जब देश के ज्‍यादातर हिस्‍सों में कोरोना के खिलाफ वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम तेजी से चलाया जा रहा है। देश में मामलों के इतना तेजी से बढ़ने के पीछे डेल्‍टा वैरिएंट हैं जिसके संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुताबिक देश में 55.6 फीसद अमेरिकियों को अब तक वैक्‍सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है।

सीडीसी के मुताबिक देश के पांच ऐसे राज्‍य हैं जहां पर दो सप्‍ताह के अंदर कोरोना के ताजा मामले तेजी से बढ़े हैं। इसकी वजह यहां पर वैक्‍सीनेशन में आई कमी है। मिसूरी में 45.9, अरकंसास में 43 फीसद, नवादा में 50.9 फीसद और उटाह में 49.5 फीसद लोगों को ही वैक्‍सीन दी गई है। बढ़ते मामलों की वजह से लोस एंजेलिस काउंटी और सेंट लुइस में सार्वजनिक स्‍थलों पर लोगो को मास्‍क लगाने की हिदायत दी गई है भले ही वो वैक्‍सीन की खुराक ले चुके हों। इतना ही नहीं शिकागो ने मिसूरी और अरकंसास से आने वालों को दस दिनों के लिए क्‍वारंटीन अनिवार्य कर दिया है। यदि इससे बचना है तो उन्‍हें कोविड-19 की अपनी नेगेटिव रिपोर्ट को दिखाना जरूरी होगा।

मिसीसिप्‍पी ने अपने फेसबुक पर पोस्‍ट कोविड के लिए बनाए गए पेज को फिलहाल ब्‍लॉक कर दिया है। कहा जा रहा है कि इस पर वायरस और वैक्‍सीन के बाबत कुछ गलत जानकारियां दी जा रही थीं। यहां के अधिकारियों ने 65 और इससे अधिक की उम्र वाले ऐसे लोग जिनको क्रॉनिक दिक्‍कत है उन्‍हें किसी भी तरह की भीड़ से बचने की सलाह दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि यहां पर पिछले दो सप्‍ताह से अस्‍पतालों में मरीजों की संख्‍या काफी बढ़ी हुई है।

लुसियान में भी वैक्‍सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है। इसको देखते हुए यहां के प्रशासन ने किसी तरह की बड़े खेल और मनोरंजन के प्रोग्राम को फिलहाल आगे बढ़ा दिया है। लोगों से कहा गया है कि उन्‍हें इसमें शामिल होने के लिए मुंह पर मास्‍क लगाना अनिवार्य होगा। यहां पर वैक्‍सीन लेने वालों को अपनी नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी जरूरी की गइ्र है। अधिकारियों का कहना है कि कोरोनाके बढ़ते मामले अधिकतर वहां सामने आ रह हैं जहां पर टीकाकरण नहीं हुआ है।


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