जानें कब, कहां और कैसे मारा गया बगदादी, मौत को सामने देख कैसे किया रिएक्ट
Operation Jackpot रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि बगदादी की मौत के साथ इस्लामिक स्टेट का चैप्टर क्लोज होने की ओर है। जानें- बगदादी के एनकाउंटर और उसके पनपने की बड़ी बातें...
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। Operation Jackpot अमेरिका ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के सरगना अबु बकर अल-बगदादी को मार गिराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कांफ्रेंस में रविवार को इसकी पुष्टि की। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि शनिवार रात अमेरिका ने दुनिया के नंबर एक आतंकी को मार गिराया। डेली मेल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के लिए अमेरिका के स्पेशल कमांडोज का यह हमला अप्रत्याशित था। जानें- कैसे अंजाम दिया गया बगदादी का एनकाउंटर...
सुनसान इलाके में जमाया था डेरा
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना के विशेष कमांडोज ने सीरिया के इदलिब प्रांत के सुदूर गांव बारिशा में शनिवार की रात को बगदादी को उसके अंजाम तक पहुंचाने के लिए ऑपरेशन शुरू किया। अमेरिकी सैनिक जब आतंकी सरगना अबू बकर-अल बगदादी की तलाश में अचानक इस सुनसान इलाके में पहुंचे तो लोगों को लगा कि यह आम ऑपरेशन है लेकिन जब अमेरिकी हेलिकॉप्टर एक खास मकान के ऊपर मंडराने लगे तो अभास होने लगा कि यह कोई आम ऑपरेशन नहीं है।
एक घंटे तक आसमान में मंडराते रहे अमेरिकी हेलिकॉप्टर
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि अमेरिकी हेलिकॉप्टर स्पेशल कमांडोज को लेकर शनिवार को शाम पांच बजे के बाद वॉशिंगटन डीसी के एक अज्ञात स्थान से रवाना हुए थे। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हेलिकॉप्टर एक घंटे दस मिनट तक दोनों दिशाओं में आसमान में रहे जबकि ऑपरेशन दो घंटे तक चला। हेलिकॉप्टरों ने तुर्की के ऊपर से उड़ान भरी। यही नहीं सीरियाई और रूसी सेनाओं के प्रभाव वाले इलाकों के ऊपर से भी उड़े। राष्ट्रपति ट्रंप की मानें तो यह अमेरिकी हेलिकॉप्टरों की बेहद मुश्किल उड़ान थी।
अमेरिका ने झोंक दी थी पूरी ताकत
अमेरिकी राष्ट्रपति ने संवाददाताओं को बताया कि हमारे हेलिकॉप्टर काफी नीचे बहुत तेज गति से उड़ान भर रहे थे। हेलिकॉप्टर जब बगदादी के ठिकाने पर पहुंचे तो स्थानीय आतंकियों ने उन पर भारी फायरिंग की जिसे विफल कर दिया गया। बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मिशन में अमेरिका की स्पेशल फोर्स के एक बड़े समूह को शामिल किया था। इसमें आठ हेलिकॉप्टरों के अलावा कई पोत और फाइटर प्लेन भी शामिल थे। ट्रंप ने बताया कि रूस को इस ऑपरेशन के बारे में नहीं बताया गया था फिर भी उसने अमेरिकी हेलिकॉप्टरों को जाने दिया।
70 कुशल डेल्टा कमांडोज ने ऑपरेशन को दिया अंजाम
डेली मेल की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पूरा ऑपरेशन ठीक वैसा ही था जैसा की पाकिस्तान के ऐबटाबाद में अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के खिलाफ चलाया गया था। कहा जाता है कि ऐबटाबाद में ऑपरेशन उस खुफिया सूचना के बाद चलाया गया था कि 'उक्त ठिकाने पर लादेन के मौजूदगी की संभावना सबसे अधिक है।' अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान के मुताबिक, सबसे पहले अमेरिकी हेलिकॉप्टरों ने बगदादी के ठिकाने को घेर लिया और उसके बाद अमेरिकी सेना के 70 कुशल डेल्टा कमांडोज उतरे।
ऑपरेशन की लाइव स्ट्रीमिंग देख रहे थे ट्रंप
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, बिल्कुल किसी फिल्मी सीन की तरह कुशल अमेरिकी डेल्टा कमांडोज ने उतरने के बाद बगदादी के उस गुफानुमे बंकर को घेरना शुरू किया। अत्याधुनिक हथियारों और साजो सामान से लैस कमांडोज के पास प्रशिक्षित कुत्ते और एक रोबोट था। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस पूरे ऑपरेशन को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, व्हाइट हाउस में बैठकर लाइव देख रहे थे। यह पूरा ऑपरेशन बेहद जोखिम भरा था। इसमें हर पल यह खतरा था कि कहीं जमीन पर या दरवाजों पर ऑटोमेटिक विस्फोटक न लगे हों।
मारी गईं दोनों बीवियां
अमेरिकी कमांडोज जब गुफा के दरवाजे पर पहुंचे तो उन्होंने उसे खोलने के बजाए गुफा की दीवार को ही उड़ा दिया। गुफा में पहुंचने पर अमेरिकी कमांडोज को बगदादी की दो पत्नियां दिखीं जिन्होंने कमर में विस्फोटक बांध रखा था। दोनों खुद को उड़ा पातीं उससे पहले कमांडोज की फायरिंग में वे मारी गईं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऑपरेशन से पहले ही अमेरिकी सेना ने बड़ी संख्या में आईएस के आतंकियों का खात्मा किया था। अमेरिकी कमांडोज को निर्देश थे कि बगदादी पकड़ा जाए तो ठीक अन्यथा उसे ढेर कर दिया जाए।
मौत के खौफ से भागने लगा था बगदादी
गुफा में अमेरिकी कमांडोज ने अरबी में बगदादी को सरेंडर करने की हिदायत दी, लेकिन वह मौत के डर से जान बचाकर भागने लगा। इस बीच अमेरिकी सैनिकों ने 11 बच्चों को भी बचाया। गुफा में कुछ आइएस आतंकियों ने सिर पर मौत मंडराती देख समर्पण कर दिया। कमांडोज ने अपने प्रशिक्षित कुत्तों के साथ बगदादी का पीछा किया। बगदादी के साथ तीन बच्चे थे, इसलिए कमांडोज ने ट्रेंड कुत्तों को उसके पीछे छोड़ा। बचने की संभावना खत्म होता देख आतंकी बगदादी ने धमाका करके तीन बच्चों के साथ खुद को उड़ा लिया। बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि 'बगदादी कुत्ते की मौत मारा गया।'
गिड़गिड़ा रहा था आतंकियों का आका, 15 मिनट में काम तमाम
बारिशा इदलिब प्रांत का एक गांव है जो तुर्की की सीमा से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बीबीसी ने बारिशा के एक ग्रामीण के हवाले से बताया है कि ऑपरेशन की शुरुआत में स्थानीय आतंकियों और हेलिकॉप्टर के बीच आधे घंटे तक गोलीबारी हुई। हेलिकॉप्टरों ने दो घरों पर मिसाइलें बरसाई जिसके बाद कमांडोज नीचे उतरे। हेलिकॉप्टरों की इस गोलीबारी में एक घर पूरी तरह से तबाह हो गया। राष्ट्रपति ट्रंप की मानें तो कमांडोज से घिरा आतंकी बगदारी अपनी मौत को सामने देख बुरी तरह गिड़गिड़ा रहा था। ट्रंप ने बताया कि सुरंग के अंतिम छोर पर फंसे बगदादी को 15 मिनट के भीतर ही मार दिया गया।
जेरोनेमो से ऑपरेशन जैकपाट तक
अलकायदा सरगना लादेन के खिलाफ जो ऑपरेशन चलाया गया था उसका कोड नेम जेरोनेमो था। ठीक इसी तरह बगदादी के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन का नाम 'जैकपॉट' था। अमेरिकी कमांडोज जब मौके पर पहुंचे तो उन्होंने उसके शरीर के अंगों का एक छोटी सी फील्ड किट के जरिए डीएनए टेस्ट किया। कमांडोज की ओर से व्हाइट हाउस को मैसेज भेजा गया कि ऑपरेशन जैकपाट 100 फीसद पूरा हुआ। इसके बाद समाचार एजेंसियों ने ऑपरेशन के बारे में खबरें चलाईं। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि कुछ बड़ा हुआ है।
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