Move to Jagran APP

अमेरिकी सियासत का केंद्र बिंदु बना ईरानी कंमाडर सुलेमानी , राष्‍ट्रपति ट्रंप के फैसले के खिलाफ उतरे लोग

देश दुनिया में ही नहीं बल्कि अमेरिका में राष्‍ट्रपति ट्रंप के फैसले के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। 2020 में होने वाले राष्‍ट्रपति चुनाव पर हो सकता है इसका असर।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 05 Jan 2020 09:20 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 09:02 AM (IST)
अमेरिकी सियासत का केंद्र बिंदु बना ईरानी कंमाडर सुलेमानी , राष्‍ट्रपति ट्रंप के फैसले के खिलाफ उतरे लोग
अमेरिकी सियासत का केंद्र बिंदु बना ईरानी कंमाडर सुलेमानी , राष्‍ट्रपति ट्रंप के फैसले के खिलाफ उतरे लोग

वाशिंगटन, एजेंसी । ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्‍या के विरोध अमेरिकी सियासत गरमा सकती है। अमेरिका में इसकी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के फैसले के खिलाफ अमेरिका के तीन शहरों में जिस तरह से प्रदर्शन हुआ उससे रिपब्लिकन पार्टी की चिंता बढ़ गई है। उनकी यह चिंता लाजमी है। अमेरिका में 2020 में राष्‍ट्रपति चुनाव होना है, एेसे में डेमोक्रेट्स की नजर भी इस विरोध पर टिकी है। इराक में एयर सट्राइक ट्रंप अपने देश में कितना समर्थन पाते हैं यह तो वक्‍त बताएगा। लेकिन इतना तय है कि ट्रंप के इस फैसले के विरोध अमेरिका में होना शुरू हो गया है। 

loksabha election banner

अमेरिका के प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू

उधर, ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्‍या के विरोध में अमेरिका में भी विरोध शुरू हो गया है। राष्‍ट्रपति ट्रंप के एयर स्‍ट्राइक के फैसले के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन में सड़कों पर प्रदर्शन किया। ट्रंप के इस फैसलों के खिलाफ न्‍यूयॉर्क और शिकागों में भी प्रदर्शन हुए। अमेरिकी इराक में 3000 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिकों को भेजने का विरोध कर रहे हैं।  प्रदर्शनकारी अपने हाथों में पोस्‍टर लिए थे जिसमें लिखा था कि अमेरिका किसी तरह के युद्ध के खिलाफ हैं। उन्‍होंने दुनिया में शांति का संदेश दिया। इस विरोध प्रदर्शन हॉलीवुड अभिनेत्री जेन फोंडा शामिल थीं।जेन फोंडा पिछले साल अमेरिका में जलवायु परिवर्तन के विरोध में लेकर सुर्खियों में रहीं। इस मामले में उनको गिरफ्तार भी किया गया था। 82 वर्षीय फोंडा ने कहा कि यहां के युवा लोगों को पता होना चाहिए कि आपके जन्म के बाद से सभी युद्ध लड़े गए हैं। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम अब जीवन नहीं खो सकते हैं और लोगों को नहीं मार सकते हैं। 

 

राष्‍ट्रपति ट्रंप के सख्‍त हुए तेवर

उधर, इस मामले ट्रंप ने अपने सख्‍त तेवर दिखाते हुए कहा है कि  अमेरिका के पास ईरान के 52 ठिकानों का पता है और यह सभी उसके निशाने पर हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर ईरान अपने सैन्य कमांडर जनरल सुलेमानी की मौत के बदला लेने के लिए अमेरिकी या अमेरिकी संपत्तियों पर हमला करेगा तो अमेरिका जवाब देगा। उन्होंने ईरान के साथ तनाव कम करने को लेकर कोई बात नहीं की। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्विटर पर ईरान के लिए एक सख्त चेतावनी जारी की। ट्रंप ने लिखा कि ईरान, सुलेमानी की मौत के जवाब में कुछ अमेरिकी संपत्तियों को निशाना बनाने के बारे में तेजी से कह रहा है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने 52 ईरानी ठिकानों को टारगेट किया है।

अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की

इस बीच ईरान और इराक के साथ बढ़ रहे तनाव पर भारत में अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है जिसके परिणामस्वरूप अमेरिकी नागरिकों को विदेशों में सुरक्षा जोखिम हो सकता है। अमेरिकी दूतावास के कर्मियों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने आसपास के बारे में जागरूक रहें, विरोध प्रदर्शन से बचें और स्थानीय मीडिया आउटलेट की निगरानी करें।'

यह भी पढ़ें: जानिए आखिर अमेरिका ने ईरान में हमला करने के लिए क्यों चुनी सिर्फ 52 जगहें 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.