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जर्जर सड़क के कारण गांव में प्रवेश नहीं कर पाती है एंबुलेंस

-2017 के विनाशकारी बाढ़ के कारण जर्जर हो गयी है सड़के -विभिन्न योजनाओं को पैसा तृण

By JagranEdited By: Updated: Tue, 26 Jul 2022 06:20 PM (IST)
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जर्जर सड़क के कारण गांव में प्रवेश नहीं कर पाती है एंबुलेंस

-2017 के विनाशकारी बाढ़ के कारण जर्जर हो गयी है सड़के

-विभिन्न योजनाओं को पैसा तृणमूल गबन कर रही है : रूपेश अग्रवाल

संवाद सूत्र,मालदा: 2017 के विनाशकारी बाढ़ के कारण सड़के उखड़ गयी थी। वहां केवल माटी-बालू बच गया है और बड़े-बड़े गड्ढे। जिसके कारण गांवों में एंबुलेंस भी प्रवेश नहीं कर पाती। मजबूरी में रोगियों को पांच से 10 किलोमीटर ठेला पर ले जाना पड़ता है। कई बार रोगी अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ देते है। गर्भवती महिलाओं का तो और बुरा हाल होता है। इस गड्ढे को पार करते ही उन्हें लगता है कि यमलोक पार कर रहे है। इस पांच साल में एक मीटर भी सड़क नहीं बनी। न ही मरम्मत का काम हुआ। यह बदहाल सड़क मालदा के हरिश्चंद्रपुर थाना क्षेत्र के सुल्तान नगर ग्राम पंचायत के उत्तर पारा गाव की है। उत्तर पारा गाव के निवासी हरिश्चंद्रपुर सदर क्षेत्र से तुलसीहाट तक इसी रास्ते से जाते है। जर्जर सड़क को लेकर ग्रामीणों ने कई बार ग्राम पंचायत व महकमा शासक से लेकर जिलाधिकारी तक की। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। मंगलवार को मजबूर होकर लोगों को विरोध प्रदर्शन करना पड़ा।

तृणमूल परिचालित सुल्तान नगर ग्राम पंचायत के उप प्रधान व तृणमूल नेता ओबैदुर रहमान ने सड़क की खराब स्थिति को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि 100 दिन के रोजगार योजना के तहत काम सडक मरम्मत करने की बात थी। लेकिन केंद्र सरकार मनरेगा का पैसा नहीं दे रही है। इसलिए काम नहीं हुआ। केंद्र सरकार के इस रवैये के कारण बहुत से विकासमूलक कार्य ठप पड़ गया है।

भाजपा के जिला महासचिव सचिव रूपेश अग्रवाल ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस पूरे प्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं के पैसे गटक रही है। यह जनता से छिपी नहीं है। कहीं पर कोई काम नहीं होता है। लेकिन फर्जी एकाउंट के जरिए पैसा जमाकरके निकाला जा रहा है। इसके कारण केंद्र सरकार ने आर्थिक सहायता पर रोक लगा दी है। इसके लिए पूरी तरह तृणमूल जिम्मेदार है।

कैप्शन : विरोध प्रदर्शन करते ग्रामीण