Lok Sabha Election 2024: गुलाम कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे, अमित शाह ने साधा ममता बनर्जी पर निशाना
बंगाल में अमित शाह ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में विरोध प्रदर्शन का जिक्र किया और कहा पीओके भारत का हिस्सा है और हम इसे लेंगे। 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद एक समय संकटग्रस्त कश्मीर में शांति लौट आई है लेकिन पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर अब आजादी के नारों और विरोध प्रदर्शनों से गूंज रहा है।
पीटीआई, सेरामपुर (पश्चिम बंगाल)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में विरोध प्रदर्शन का जिक्र किया और कहा, "पीओके भारत का हिस्सा है और हम इसे लेंगे।"
सेरामपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद एक समय संकटग्रस्त कश्मीर में शांति लौट आई है, लेकिन पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर अब आजादी के नारों और विरोध प्रदर्शनों से गूंज रहा है।
अब पीओके में हो रहा पथराव- शाह
उन्होंने कहा, 2019 में सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर में शांति लौट आई है। लेकिन अब हम पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में विरोध प्रदर्शन देख रहे हैं। पहले यहां आजादी के नारे लगते थे, अब वही नारे पीओके में सुनाई देते हैं। पहले यहां पथराव होता था, अब पीओके में पथराव हो रहा है।
पीओके पर कब्जे की मांग का समर्थन नहीं करने के लिए कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, मणिशंकर अय्यर जैसे कांग्रेस नेता कहते हैं कि ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि उनके पास परमाणु बम है। लेकिन मैं कह दूं कि यह पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत का हिस्सा है और हम इसे लेंगे।
शाह ने कहा कि वर्तमान लोकसभा चुनाव "इंडी गठबंधन के भ्रष्ट नेताओं और ईमानदार राजनेता नरेंद्र मोदी के बीच चयन करने का चुनाव है, जिनके मुख्यमंत्री और तत्कालीन प्रधानमंत्री होने के बावजूद कभी भी उनके खिलाफ एक पैसे का भी आरोप नहीं लगा।
बंगाल को तय करना है कि वोट किसके लिए करना है- शाह
उन्होंने कहा, बंगाल को तय करना है कि वह घुसपैठियों के लिए वोट चाहता है या शरणार्थियों के लिए सीएए। बंगाल को तय करना है कि वह जिहाद के लिए वोट करना चाहता है या विकास के लिए वोट करना चाहता है।
शाह ने सीएए का विरोध करने और अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए "घुसपैठियों के समर्थन में रैलियां निकालने" के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की।
मैं कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेताओं राहुल गांधी व ममता बनर्जी को बताना चाहता हूं कि आपको डरना है तो डरते रहिए। लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहकर जाता हूं कि ये गुलाम कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।
शाह ने कहा कि ममता बनर्जी और कांग्रेस-सिंडिकेट ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का विरोध किया था। वह कहती हैं कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। पांच साल हो गए खून कि नदियां तो छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है।
शाह ने ममता पर साधा निशाना
शाह ने कहा कि जब इंडी गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज गुलाम कश्मीर में हड़ताल होती है। पहले हमारे कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब गुलाम कश्मीर में आजादी के नारे लग रहे हैं। पहले कश्मीर में पत्थर बाजी होती थी आज गुलाम कश्मीर में पत्थरबाजी हो रही है।
शाह ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद से 2.11 करोड़ पर्यटकों ने कश्मीर जाकर एक नया रिकार्ड बनाया है और दूसरी ओर पाक अधिकृत कश्मीर में आटे के भाव ने रिकार्ड बनाया है।
शाह ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि तृणमूल के शासन में बंगाल भ्रष्टाचार में डूबा है। किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा। शाह ने अयोध्या में राम मंदिर का भी जिक्र करते हुए कांग्रेस व ममता को घेरा।
शाह ने कहा कि कांग्रेस, वामो व टीएमसी ने 70 साल तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बाधाएं पैदा कीं, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच साल में मंदिर का निर्माण किया। ममता बनर्जी और राहुल बाबा राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं गए क्योंकि उन्हें अपने 'वोट बैंक' का डर था।
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