नेताजी के परिजनों को धमकी
नेताजी के परिजनों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छह युवकों को गिरफ्तार किया है।
कोलकाता, [जागरण संवाददाता] ।सिंडिकेट (भवन निर्माण सामग्री आपूर्ति) चलाने वालों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिजनों को भी नहीं बख्शा। नेताजी के भतीजे दिवंगत शिशिर बोस के घर में घुसकर उनकी पत्नी कृष्णा बोस और सांसद पुत्र सुगत बोस को सोमवार को धमकी दी गई। सुगत बोस तृणमूल के लोकसभा सांसद हैं। यही नहीं, उनकी मां भी तृणमूल की पूर्व सांसद रही हैं।
जब तृणमूल सांसद व नेताजी के परिजनों को इस तरह से कोलकाता में सिंडिकेट चलाने वाले गुंडे घर में घुसकर धमका सकते हैं तो आम लोगों का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। नेताजी के परिजनों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने छह युवकों को गिरफ्तार किया है।
दक्षिण कोलकाता के 90, शरत बोस रोड पर दिवंगत शिशिर बोस का मकान है। इस ऐतिहासिक मकान में इस समय शिशिर बोस की पत्नी कृष्णा बोस और उनके पुत्र सुगत बोस रहते हैं। पिछले कुछ समय से उनके मकान की दूसरी मंजिल से दीवारों पर लगा प्लास्टर ढह कर नीचे गिर रहा था इसलिए उन्होंने मरम्मत का कार्य शुरू कराया था।
सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे बाइक सवार कुछ अपरिचित युवक वहां पहुंचे। कुछ देर तक वहां खड़े होकर मरम्मत का कार्य देखा। इसके बाद वे लोग चले गए। दोपहर करीब एक बजे कुछ और लोगों के साथ वे फिर से वहां पहुंचे और सीधे बोस के घर में घुस गए। उस समय पहली मंजिल पर कृष्णा बोस बैठी हुई थीं।
युवकों ने कृष्णा बोस से धमकी भरे लहजे में पूछा कि मरम्मत का ठेका किसे दिया है? कांट्रैक्टर कौन है? बालू व सीमेंट कहां से खरीदा गया है? यह सुनकर तृणमूल की पूर्व सांसद अवाक रह गईं। उसी समय कमरे से उनका नौकर बाहर आया और उन युवकों से कहा कि यह एक सांसद का घर है। यह जानने के बाद भी वे शांत नहीं हुए और चिल्लाते हुए कहा कि घर में और कौन है, उसे बुलाओ। शोर सुनकर दूसरी मंजिल से तृणमूल सांसद व इतिहासविद् सुगत बोस नीचे उतरे तो वे लोग उनसे भी उलझ पड़े। इसके बाद सुगत बोस ने युवकों से उनका नाम पूछा तो वे लोग वहां से भाग गए।
खबर है कि इसके बाद कृष्णा बोस ने दक्षिण कोलकाता के तृणमूल सांसद व राष्ट्रीय महासचिव सुब्रत बक्सी को फोन कर पूरी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर सुगतो बोस ने बालीगंज थाने में लिखित शिकायत की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने इलाके के पियारा बगान से राजू, बलराम समेत छह युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार राजू की पत्नी ने बताया कि उनके पति तृणमूल के सक्रिय कर्मी हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई बार पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को सिंडिकेट से दूर रहने की चेतावनी दे चुकी हैं। कई लोगों को गिरफ्तारी भी हुई लेकिन सिंडिकेट का धंधा बंद नहीं हुआ है।
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