आयकर विभाग ने अभिषेक बनर्जी के हेलीकॉप्टर की तलाशी लेने के दावे को किया खारिज, कार्रवाई के पीछे की बताई असली वजह
Income Tax Department तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा इस्तेमाल हेलीकॉप्टर की आयकर अधिकारियों द्वारा रविवार को तलाशी लिए जाने को लेकर पार्टी के दावे के बीच आयकर विभाग ने कहा है कि तलाशी या छापेमारी जैसी कोई प्रवर्तन कार्रवाई नहीं की गई है। विभाग ने यह भी दावा किया कि तृणमूल नेता हेलीकॉप्टर में मौजूद भी नहीं थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा इस्तेमाल हेलीकॉप्टर की आयकर अधिकारियों द्वारा रविवार को तलाशी लिए जाने को लेकर पार्टी के दावे के बीच, आयकर विभाग ने कहा है कि तलाशी या छापेमारी जैसी कोई प्रवर्तन कार्रवाई नहीं की गई है। विभाग ने यह भी दावा किया कि तृणमूल नेता हेलीकॉप्टर में मौजूद भी नहीं थे।
विभाग के सूत्रों ने कहा कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित करने के मिले आदेश के तहत, आयकर विभाग के एक त्वरित प्रतिक्रिया दल को बंगाल के मालदा से कोलकाता के बेहला फ्लाइंग क्लब में एक हेलीकॉप्टर के आगमन के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए नियमित प्रक्रिया के अनुसार भेजा गया था।
तलाशी लेने जैसी कार्रवाई का कोई इरादा नहीं
आवश्यक जानकारी एकत्र करने तथा सुरक्षा कर्मियों एवं विमानन अधिकारियों से मुलाकात करने के बाद विभाग के अधिकारी वहां से चले गए। हेलीकॉप्टर में केवल दो सुरक्षाकर्मी थे। उन्होंने दावा किया कि अभिषेक बनर्जी वहां थे ही नहीं और तलाशी लेने जैसी कार्रवाई का कोई इरादा ही नहीं था और न ही ऐसा हुआ। चुनाव आयोग ने भी कहा कि यह रूटीन जांच का हिस्सा है।
अभिषेक ने मामले में कोर्ट जाने की चेतावनी दी
इस बीच सोमवार को हल्दिया पहुंचे अभिषेक ने इस मामले में अदालत जाने की चेतावनी दी। पत्रकारों से बातचीत में अभिषेक ने आरोप लगाया कि जब तलाशी में आयकर अधिकारियों को कुछ नहीं मिला तो उन्होंने हेलीकॉप्टर के ट्रायल रन (उड़ने) में बाधा दिया। उन्होंने दावा किया कि जब उनके सुरक्षाकर्मियों ने छापेमारी की वीडियोग्राफी की तो आयकर अधिकारियों ने मोबाइल छीनकर उसे जबरदस्ती हटा दिया। धमकी तक दी। यह आपराधिक मामला है।
पार्टी ने चुनाव आयोग से शिकायत की
उन्होंने कहा कि पार्टी ने इसको लेकर चुनाव आयोग से पहले ही शिकायत की है। हम अदालत भी जाएंगे। वहीं, मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी इस मामले में सोमवार को आयकर अधिकारियों को चुनौती दी कि क्या वे कभी भाजपा नेताओं के हेलीकॉप्टर की जांच करने की हिम्मत करेंगे।
कार्रवाई विपक्ष को डराने की साजिश
इससे पहले तृणमूल ने रविवार को दावा किया कि पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी द्वारा उपयोग किए जा रहे हेलीकॉप्टर की यहां बेहला फ्लाइंग क्लब में आयकर अधिकारियों ने गहन तलाशी ली, लेकिन कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। तृणमूल ने आरोप लगाया कि यह कदम विपक्षी उम्मीदवारों को परेशान करने और डराने-धमकाने की भाजपा की जानबूझकर की गई साजिश का हिस्सा है।
परीक्षण के दौरान गहन तलाशी ली
पार्टी ने कहा कि अभिषेक की पूर्व मेदिनीपुर जिले के हल्दिया यात्रा के लिए बेहला फ्लाइंग क्लब में जब हेलीकॉप्टर का परीक्षण चल रहा था, उसी वक्त आयकर अधिकारियों की एक टीम पहुंची और गहन तलाशी ली गई।
सुवेंदु ने साधा तृणमूल पर निशाना
इधर, इस प्रकरण पर बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि यह कार्रवाई चुनाव से काले धन को खत्म करने के अभियान का हिस्सा थी। तृणमूल को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि साफ सुथरा चुनाव सुनिश्चित करने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग ने पहले ही कहा था कि हर चीज पर नजर रखी जाएगी। ऐसे में तृणमूल का आक्रोश दर्शाता है कि पार्टी के नेता अपनी गलत कमाई को लेकर आशंकित हैं। तृणमूल को इसपर राजनीति नहीं करने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि क्या ममता व अभिषेक देश के कानून से ऊपर हैं?
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