Al Qaeda Terrorists In Bengal: अलकायदा ने बंगाल में बनाए तीन माड्यूल, कई आतंकी सक्रिय
Al Qaeda Terrorists In Bengal बंगाल के कई जिलों से हाल के दिनों में अलकायदा व उससे जुड़े संगठन के आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सक्रिय अलकायदा के बड़े नेटवर्क के बारे में पता चला है। कई जिलों में अलकायदा ने अपनी जड़ें जमा ली हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। Al Qaeda Terrorists In Bengal: बंगाल के विभिन्न जिलों से हाल के दिनों में अलकायदा व उससे जुड़े संगठन के आतंकियों (Al Qaeda Terrorist) की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सक्रिय अलकायदा के बड़े नेटवर्क के बारे में पता चला है। एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि राज्य के कई जिलों में अलकायदा ने अपनी जड़ें जमा ली हैं।
अलकायदा ने बंगाल में तीन माड्यूल बनाए, दो दर्जन आतंकी सक्रिय
अलकायदा ने बंगाल (Bengal) में तीन माड्यूल बनाए हैं, जिसके करीब दो दर्जन आतंकी यहां सक्रिय हैं। पता चला है कि पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश की सीमा से सटे बंगाल में आतंकी संगठन ने तेजी से अपने पांव पसारे हैं। हाल ही में राज्य से अलकायदा की भारतीय उपमहाद्वीप शाखा (एक्यूआइएस) के चार आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी संगठन के विस्तार की जानकारी मिली है।
कई जिलों में आतंकी संगठन ने जमा ली हैं अपनी जड़ें
सूत्रों के मुताबिक, राज्य में आतंकी (Terrorist) संगठन के कम से कम तीन माड्यूल बनाए गए हैं। इनमें से एक 24 परगना, दूसरा हावड़ा और तीसरा उत्तर बंगाल में सक्रिय है। गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में तीनों माड्यूल के करीब 19 लोगों के नाम सामने आए हैं। इनमें से छह को पकड़ लिया गया है। इनमें से चार को एसटीएफ ने कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया था। इनमें उत्तर 24 परगना के शासन इलाके से दो, दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर से एक और मुंबई से एक आतंकी को पकड़ा गया था। बंगाल एसटीएफ ने इन सभी को पकड़ा था। इनमें सद्दाम हुसैन खान, जिसे मुंबई में एटीएस की मदद से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से बचने के लिए एक मजदूर के रूप में मुंबई में छिप गया था।
एसटीएफ को बाकी आतंकियों की तलाश
एसटीएफ (STF) व अन्य एजेंसियां संगठन से जुड़े बाकी आतंकियों की भी तलाश कर रही हैं। इधर, खुफिया विभाग के अधिकारयों को अंदेशा है कि आतंकी संगठन के सदस्य बंगाल के अलावा मध्य प्रदेश, बिहार समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों व देश के विभिन्न हिस्सों में नेटवर्क फैला चुके हैं।