बंगाल में हमले की बड़ी साजिश नाकाम, अलकायदा के दो आतंकी गिरफ्तार, पूछताछ के बाद 17 लोगों के नाम आए सामने
बंगाल पुलिस ने बुधवार को अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। इन्हें आतंकियों को उत्तर 24 परगना के खरीबाड़ी इलाके से गिरफ्तार किया गया। इन आतंकियों के खिलाफ यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल पुलिस एसटीएफ ने अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इन्हें बुधवार को उत्तर 24 परगना के शासन के खरीबाड़ी इलाके से गिरफ्तार किया गया है। आतंकियों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक दोनों किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। गुरुवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दोनों आतंकियों के नाम अब्दुर रकीब सरकार उर्फ हबीबुल्लाह उर्फ हरीफ और काजी अहसान उल्लाह उर्फ हसन हैं। हरीफ दक्षिण दिनाजपुर के गंगारामपुर का रहने वाला है, जबकि हसन हुगली के आरामबाग का रहने वाला है। अब्दुर रकीब को सबसे पहले एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। फिर उससे पूछताछ की गई और काजी अहसान उल्लाह का पता चला।
खबर है कि दोनों से पूछताछ के बाद 17 लोगों के नाम सामने आए हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों अलकायदा आतंकी हैं। खबर है कि ये कई सालों से प्रतिबंधित आतंकी समूहों के लिए काम कर रहे हैं।
अलकायदा भारत में जिहाद का जहर फैलाने को तैयार है। इस बार सुन्नी आतंकी संगठन ने बांग्ला समेत कई भाषाओं में आचार संहिता प्रकाशित की। मीडिया को एक ऑडियो संदेश में आतंकी संगठन ने अपने सदस्यों के तौर-तरीकों को निर्दिष्ट किया है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक अलकायदा ने इस्लामिक स्टेट को हराने के लिए इंटरनेट पर एक बड़ा दुष्प्रचार अभियान शुरू किया है। संगठन विभिन्न वेबसाइटों के जरिए जिहाद का जहर फैला रहा है।
सेंट्रल इंटेलिजेंस ने कहा कि अगर उन साइटों की पहचान की जाती है और उन्हें बंद कर दिया जाता है तो अलकायदा दूसरे नाम से एक जिहादी वेबसाइट खोल रहा है। उनमें से एक दर्जन से अधिक बांग्ला में हैं। उन वेबसाइटों पर संगठन के शीर्ष जिहादी नेताओं के अरबी भाषण का बांग्ला में अनुवाद करके अलकायदा की विचारधारा का प्रचार किया जा रहा है। कुल मिलाकर अलकायदा बंगाल और बांग्लादेश में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए उठ खड़ा हुआ है।